मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए सीनियर सिटीजन को गोंदिया से नागपुर भेजा

जानिए कारण मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए सीनियर सिटीजन को गोंदिया से नागपुर भेजा

Tejinder Singh
Update: 2021-11-24 12:12 GMT
मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए सीनियर सिटीजन को गोंदिया से नागपुर भेजा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकार भले ही सीनियर सिटीजन को कई तरह की रियायत देती हो, पर रेलवे प्रशासन का रवैया इस मामले में बिलकुल अलग नजर आ रहा है। दक्षिण पूर्व मध्य (एसईसी) रेलवे के रिटायर्ड टीसी गोविंदराव थुल (85) गोंदिया में रहते हैं और इन्हें मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए गोंदिया से नागपुर रेफर किया गया। रेलवे प्रशासन ने कर्मचारियों के बेहतर इलाज के लिए कई निजी अस्पतालों से टाई-अप किया है, लेकिन कोरोनाकाल में सीनियर सिटीजन को इलाज के लिए नागपुर भेजना समझ से परे है।गोविंदराव थुल 1995 में एसईसी रेलवे नागपुर मंडल से रिटायर्ड हुए। गोंदिया निवासी गोविंदराव की आंखों में मोतियाबिंद आया है। इलाज के बाद मोतियाबिंद का आॅपरेशन करने की सलाह डाक्टरों की ओर से दी गई। गोंदिया स्थित रेलवे अस्पताल ने खुद मोतियाबिंद का आॅपरेशन किया नहीं और गोंदिया में जिन अस्पतालों के साथ टाई-अप है, वहां भी रेफर नहीं किया। नागपुर रेफर कर दिया। पेंशनर गोविंदराव 22 नवंबर को नागपुर के मोतीबाग स्थित एसईसी रेलवे के अस्पताल पहुंचे। 23 नवंबर को ब्लड टेस्ट के लिए बुलाया। अस्पताल पहुंचने पर मशीन खराब होने का कारण बताकर दो दिन बाद आने को कहा गया। रिटायर्डमेंट के बाद बेहतर इलाज देने का रेल प्रशासन का दावा सवालों के घेरे में आ रहा है। 

एसईसी रेलवे के तुमसर में तैनात कर्मचारी वामनराव राऊत के पैर में चोट आई है। हड्डी का आॅपरेशन करने के लिए नागपुर भेजा गया। नागपुर से उसे मुंबई भायखला रेलवे अस्पताल रेफर किया गया। रेलवे प्रशासन चाहता तो नागपुर में आॅपरेशन हो सकता था। परिवार के एक सदस्य को भी देखरेख के लिए उनके साथ मुंबई जाना होगा। 

रेलवे प्रशासन ने कर्मचारी व पंेशनरों को बगैर परेशानी के बेहतर इलाज मिले, इसके लिए उम्मीद पोर्टल सेवा शुरू की है। हेल्थ कार्ड इसी पोर्टल पर बनाया जा सकता है। उम्मीद पोर्टल में हेल्पलाइन नंबर व ई-मेल उपलब्ध नहीं है। कर्मचारी को सूचना चाहिए या शिकायत करनी है, तो उसे मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय नागपुर ही आना होगा। डॉ. आंबेडकर एम्प्लाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय थुल ने एसईसी रेलवे के डीआरएम को चिट्ठी लिखकर उम्मीद पोर्टल में सुधार करने की गुजारिश की है। थुल का कहना है कि उम्मीद पोर्टल में हेल्पलाइन नंबर या ई-मेल आईडी नहीं है। कर्मचारी कहां शिकायत करेगा। उसे नागपुर आना ही होगा। 
 

Tags:    

Similar News