होस्टल में यौन शोषण: छात्राओं को कमरे में बंद कर करवायी तांत्रिक पूजा

होस्टल में यौन शोषण: छात्राओं को कमरे में बंद कर करवायी तांत्रिक पूजा

Anita Peddulwar
Update: 2019-05-20 08:57 GMT
होस्टल में यौन शोषण: छात्राओं को कमरे में बंद कर करवायी तांत्रिक पूजा

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। काली अंधेरी रात में छम-छम बजती पाजेब और घुंघरुओं की आवाज से सहम जाती थीं आदिवासी नन्ही बच्चियां। यह किसी हॉरर फिल्म का दृश्य नहीं बल्कि चंद्रपुर के राजुरा की आश्रमशाला की हकीकत थी। बच्चियों के यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद यहां की एक के बाद एक पोल खुलती जा रही है। यहां की बच्चियों को बताया गया था कि, 4 थीं कक्षा की एक छात्रा की मां की करंट लगने से मृत्यु हुई थी, उसकी आत्मा भूत बनकर हर रात अपनी बेटी से मिलने यहां आती है। इस चुडै़ल को अनेक कर्मचारियों ने अपनी आंखों से देखा है। बचकर रहो...! 

इसलिए पैदा किया चुड़ैल का खौफ
चुड़ैल का खौफ इसलिए पैदा किया गया, क्योंकि बेहोशी व उसके बाद घटित होने वाली वारदात के असर को पीड़ित बालिकाएं भूत-प्रेत का दुष्परिणाम मान सकें। यदि पीड़िताएं अपने माता-पिता से अपने स्वास्थ्य की शिकायत करें तो वे भी इसे सच मान लें। यही वजह है कि 7 अप्रैल की रात इस स्कूल प्रबंधन ने तांत्रिक को बुलवाया। गर्ल्स हॉस्टेल के कमरे में बालिकाओं को बंद किया। पश्चात तांत्रिक पूजा शुरू की गई। पूजा स्थल पर 150  कीलें ठोंकी गई। लोबान के धुंए से संपूर्ण कमरों को व्याप्त कर दिया, ताकि काल्पनिक भूत-प्रेत की कल्पना को बच्चों के मन में बिठाया जा सके। यह दुराचार का मामला उजागर होने के बाद एक अभिभावक ने इस कथित तंत्र-मंत्र के माध्यम से बच्चों को अंधश्रद्धा में धकेलने का पाखंड बताते हुए कानूनी कार्रवाई के लिए थानेदार को शिकायत दी, परंतु पुलिस ने जादूटोना विरोधी कानून के अनुसार कार्रवाई नहीं की, ऐसा आरोप एक अभिभावक ने लगाया है।

पीड़िता ने अपनी मां को बताई हकीकत
दुराचार पीड़ित 8 बालिकाओं में से एक  की माता ने बताया कि, पिछली बार जब उसकी बेटी घर लौटी तो, रात के समय उसकी पायलों की आवाज से वह सहमकर उठ गई। पूछे जाने पर बताया कि उसके हॉस्टेल के सारे कर्मचारी लड़कियों से कहते हैं कि, यहां चुड़ैल हर रात आती है। करंट से मर चुकी मां की आत्मा भूत बनकर यहां पढ़ने वाली उसकी बेटी से मिलने आती हैं। इन कर्मचारियों ने चुड़ैल को देखा है और घुंघरुओं की आवाज भी सुनाई देती है। स्कूल ने चुड़ैल को भगाने के लिए हवन व पूजा विधि की है।

अंनिस से कार्रवाई की मांग
स्कूल की सफाईकर्मी महिला, छात्रावास अधीक्षक समेत तमाम कर्मचारियों ने बच्चों के मन में भूत-प्रेत का डर इतना बिठा दिया था कि, हर पूर्णिमा की रात बालिकाएं भयभीत रहती थी। जिस तांत्रिक से विधियां कराई थीं,वह यहीं की एक शिक्षिका का पति है। भूत बाधा होने की गलतफहमी में जी रहे पीड़ित बालिकाओं की शहर के एक नामी मनोचिकित्सक से जांच कराई गई, परंतु इसके लिए जिम्मेदार तांत्रिक व छात्रावास में तंत्र-मंत्र विधियां कराने की अनुमति देने वाले स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस ने एक पिता के 28 अप्रैल की शिकायत पर कुछ नहीं किया। जादूटोना प्रतिबंधक कानून के तहत कार्रवाई की मांग वे आज भी कर रहे हैं। 

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