मोदी के बिहार रेजिमेंट की तारीफ वाले बयान से नाराज शिवसेना, राऊत बोले- सेना की जाति, धर्म और प्रदेश नहीं होता

मोदी के बिहार रेजिमेंट की तारीफ वाले बयान से नाराज शिवसेना, राऊत बोले- सेना की जाति, धर्म और प्रदेश नहीं होता

Tejinder Singh
Update: 2020-06-26 15:54 GMT
मोदी के बिहार रेजिमेंट की तारीफ वाले बयान से नाराज शिवसेना, राऊत बोले- सेना की जाति, धर्म और प्रदेश नहीं होता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राऊत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार रेजिमेंट की तारीफ करने पर आलोचना की है। शुक्रवार को राऊत ने कहा कि सेना की जाति और धर्म नहीं होता है। यह अपनी परंपरा रही है। पत्रकारों से बातचीत में राऊत ने कहा कि किसी जाति और प्रदेश के लोगों ने ही पराक्रम किया है। यह बयान उचित नहीं है। राऊत ने कहा कि सेना में राष्ट्रीय एकता व एकात्मता होती है। देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख को सेना में जाति और प्रांत का उल्लेख करना टालना चाहिए। वहीं इस मुद्दे पर शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा गया है।

शिवसेना ने मुखपत्र में कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि बिहारी रेजिमेंट ने लद्धाख की गलवान घाटी में बहादुरी दिखाई। तो महारों, मराठों, राजपूतों, सिखों, गोरखाओ, डोगरा रिजेमेंट सीमा पर तंबाकू मलते बैठे थे क्या। शिवेसना ने कहा कि महाराष्ट्र के वीरपुत्र सुनील काले पुलवामा में शहीद हो गए। लेकिन बिहार में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। इसलिए सेना में जाति और प्रांत का महत्व बताया जा रहा है। इस तरह की राजनीति कोरोना से बदतर है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने लद्दाख में शहीद सैनिकों पर कहा था कि यह पराक्रम बिहार रेजिमेंट का है। हर बिहारी को इस पर गर्व होता है। 

 

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