शिवसेना ने कहा - हम विकास के विरोध में नहीं, फडणवीस बोले बन रहा नया भारत, पाकिस्तान को सबक सिखाया

शिवसेना ने कहा - हम विकास के विरोध में नहीं, फडणवीस बोले बन रहा नया भारत, पाकिस्तान को सबक सिखाया

Tejinder Singh
Update: 2019-03-04 09:43 GMT
शिवसेना ने कहा - हम विकास के विरोध में नहीं, फडणवीस बोले बन रहा नया भारत, पाकिस्तान को सबक सिखाया

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नाणार ग्रीन रिफायनरी परियोजना की अधिसूचना रद्द होने के बाद शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम विकास के विरोध में नहीं हैं। रविवार को रत्नागिरी में उद्धव ने कहा कि कोंकण में अब पर्यावरण पूरक परियोजना लाने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना कभी विकास के लिए बाधक नहीं बनेगी। यदि हमें विकास में बाधा बनना होता तो सरकार द्वारा किए गए कामों को रोका दिया गया होता। उद्धव ने कहा कि शिवसेना ने कोंकणवासियों को जो आश्वासन दिया था उसको पूरा करके दिखाया है। हमें कोई कुछ भी कहे लेकिन शिवसेना जो वचन देगी। उसको पूरा करने की कोशिश करेगी। उद्धव ने कहा कि परियोजना रद्द करने के लिए फैसला लेने के लिए मैं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ध्यनवाद देता हूं। प्रदेश के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि नाणार ग्रीन रिफायनरी परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण रद्द करने की अधिसूचना शनिवार देर रात को जारी कर दिया गया है। देसाई ने कहा कि पिछले साल रिफानरी परियोजना लगाए जाने की जानकारी मिलने के बाद कई निवेशकों ने मूल जमीन मालिकों से नाणार की जमीन खरीदी थी। परियोजना लगते समय इन जमीनों को बेचकर वे लोग मुनाफा कमाने के प्रयास में थे। लेकिन अब उनके इरादे पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। उनको होने वाले नुकसान के लिए वे लोग ही जिम्मेदार हैं। देसाई ने कहा कि हम कोंकण में पर्यावरण पूरक परियोजनाओं को लाना चाहते हैं। गोवा के उद्यमी कोंकण में निवेश के लिए तैयार हैं। इसके लिए उनके साथ बैठक की जाएगी। रत्नागिरी में खेती आधारित फल और अन्न प्रक्रिया उद्योग लगाने की कोशिश की जाएगी। काजू प्रक्रिया के उद्योग के लिए सरकार ने सहूलियतें देने का फैसला किया है। दूसरी ओर पूर्व सांसद व महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष के महासचिव नीलेश राणे ने कहा कि शिवसेना नाणार ग्रीन रिफायनरी परियोजना रद्द करने का श्रेय न ले। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने पहले परियोजना का समर्थन किया था बाद में ग्रामीणों के विरोध को देखने के बाद पार्टी ने भूमिका बदल ली। यह परियोजना ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए ही रद्द की गई है। हम सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। 

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