राणे की उम्मीदवारी के विरोध में नहीं थी शिवसेना : दानवे

राणे की उम्मीदवारी के विरोध में नहीं थी शिवसेना : दानवे

Tejinder Singh
Update: 2017-11-27 12:54 GMT
राणे की उम्मीदवारी के विरोध में नहीं थी शिवसेना : दानवे

डिजिटल डेस्क, पुणे। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष रावसाहेब दानवे ने राणे को लेकर शिवसेना के विरोध पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि विधानपरिषद उपचुनाव में नारायण राणे की उम्मीदवारी को लेकर शिवसेना का विरोध नहीं था। सोमवार को पश्चिम महाराष्ट्र के पदाधिकारियों की बैठक थी। इस दौरान दानवे ने कहा कि पार्टी के निष्ठावान और बाहर से आए नेताओं को अवसर देने में समानता रखी जा रही है। इसलिए राज्य के भाजपा उपाध्यक्ष प्रसाद लाड़ को विधानसभा की उम्मीदवारी दी गई। इस सीट के लिए राणे की उम्मीदवारी का शिवसेना विरोध नहीं कर रही थी। क्योंकि यह सीट गठबंधन की नहीं है। इसके अलावा दानवे ने कहा कि आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में राणे को शामिल किया जाना लगभग तय है।

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धनंजय मुंडे पर साधा निशाना
विधानसभा के विपक्ष नेता धनंजय मुंडे पर निशाना साधते हुए दानवे ने कहा कि वे फिलहाल जो भी बयानबाजी कर रहे हैं, उससे अपनी पार्टी को जिंदा रखने की कोशिश में जुटें है। क्योंकि पार्टी को जिंदा रखने के लिए दूसरों पर कुछ न कुछ आरोप लगाने पड़ते हैंं। दानवे ने कहा कि "जब हम सत्ता में नहीं थे, तब आरोप लगाने के साथ ही सबूत भी पेश किए थे। जिससे कुछ लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी।

कर्जमाफी का किसानों को लाभ

दानवे ने कहा कि कर्जमाफी के लिए देरी हुई, उसके पीछे कुछ तकनीकी कारण भी हैं। राज्य में कुछ किसानों को लाभ मिला। बाकी किसानो को इस महीने फायदा मिलेगा। दानवे ने बताया कि भाजपा ने अगले चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। राज्य के छह विभागों के अनुसार विभागीय बैठकें शुरू हैं। 288 निर्वाचन क्षेत्रों में 288 पार्टी का विस्तार हो रहा है। लिहाजा गांव-गांव जाकर बूथ स्तर पर काम किया जा रहा है। इसके लिए खास तौर से कार्यकर्ताअों को मुंबई में ट्रेनिंग दी जाएगी।

 

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