नागरिकता विधेयक पर शिवसेना के रुख से महाराष्ट्र सरकार पर असर नहीं - मलिक
नागरिकता विधेयक पर शिवसेना के रुख से महाराष्ट्र सरकार पर असर नहीं - मलिक
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक और प्रवक्ता नवाब मलिक का दावा है कि लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक के पक्ष में शिवसेना के मतदान का असर महाराष्ट्र विकास आधाडी सरकार की स्थिरता पर नहीं पड़ेगा और सरकार पूरे पांच साल चलेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा में विधेयक के बाद राज्यसभा में शिवसेना मतदान में शामिल हुए बिना बाहर निकल गई। इससे पता चलता है कि उसके रुख में बदलाव हुआ है। दरअसल कांग्रेस पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व विधेयक पर शिवसेना के रुख से नाराज था। इस पर मलिक ने कहा कि राज्यसभा में मतदान के दौरान शिवसेना का वॉकआऊट साबित करता है कि मामले में उनका रुख बदला है और कांग्रेस को इस पर ध्यान देना चाहिए। पत्रकारों से बातचीत के दौरान मलिक ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि महाराष्ट्र में किसी को भी जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा के आधार पर अन्याय का सामना न करना पड़े। वहीं महाराष्ट्र राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर शिवसेना का रुख उनकी नीति के अनुरूप था वह नहीं बदलेगा। इस मुद्दे पर राकांपा और कांग्रेस की आपत्ति की कोई वजह नहीं है। हम राज्य में एक साथ विकास के लिए काम कर रहे हैं। बता दें कि सरकार चलाने के लिए तीनों पार्टियों ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार किया है जिसमें इस बात का उल्लेख है कि संवैधानिक प्रावधानों और देश तथा राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने बाने को कायम रखने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के बाद ही तीनों पार्टियां रुख तय करेंगी।
सत्ता की लालच में शिवसेना ने किया विचारधारा से समझौताः फडणवीस
विधानसभा में विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागरिकता संशोधन विधेयक को राज्यसभा में मंजूरी मिलने पर खुशी जताई है। साथ ही उन्होंने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवसेना ने लोकसभा में विधेयक का समर्थन किया लेकिन राज्यसभा में मतदान में हिस्सा नहीं लिया। सत्ता के लालच में विचारधारा से समझौता करने वाली शिवसेना पर तरस आ रहा है।