आजादी का महत्व समझाती शॉर्ट फिल्म 'भारत माता की जय'

आजादी का महत्व समझाती शॉर्ट फिल्म 'भारत माता की जय'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-11 10:36 GMT
आजादी का महत्व समझाती शॉर्ट फिल्म 'भारत माता की जय'

डिजिटल डेस्क,नागपुर। आजादी के सही मायनों को नौनिहाल तक पहुंचाने के लिए नागपुर के युवा फिल्मकार रजनीश कालिंस ने बीड़ा उठाया है। देश कब आजाद हुआ, कैसे आजादी मिली साथ ही देश के लिए कुर्बानी देने वाले वीर पुरूषों को लेकर रजनीश ने एक शार्ट फिल्म "भारत माता की जय" बनाई है। करीब 14 मिनट की इस फिल्म को वो स्कूलों में मुफ्त में दिखाते हैं।

दरअसल रजनीश का मकसद है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे आजादी के सही मायनों को पहचान सकें। कुर्बानियों का महत्व समझें। रजनीश चाहते हैं कि यह फिल्म राज्यभर के स्कूलों में प्रदर्शित की जाए। ताकि आजादी की लड़ाई की असली तस्वीर बच्चों के सामने हो। अभी तक वह अपने शिक्षक या घरवालों से आजादी की लड़ाई के बारे में सुनते-जानते रहे हैं। इसे पर्दे पर दिखाकर वह हर पहलुओं से बच्चों को अवगत कराना चाहते हैं।

फिल्म का उद्देश्य सम्मान करना 
रजनीश कहते हैं कि जिन्हें जहां भी राष्ट्र गान "जन-गण-मन..." सुनाई दे, वे वहीं गान पूरा होने तक खड़े रहकर सम्मान प्रकट करें। ऐसी भावनाएं पैदा करना ही फिल्म बनाने का उद्देश्य है। राष्ट्रगान का सम्मान ही राष्ट्र का सम्मान है। इससे पहले भी रजनीश "सेव गर्ल चाइल्ड" और "बेटी पढ़ाओं, बेटी बचाओ" जैसी संदेश देने वाली फिल्में बना चुके हैं। वे पूरे प्रदेश में शॉर्ट फिल्म "भारत माता की जय" दिखाना चाहते हैं। 

जागरूकता की जरूरत
कुछ दिनों पहले शहर के एक सिनेमा हॉल में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्र गान बजने पर भी कई युवाओं के सीट पर ही बैठे रहने का मामला सामने आया था। इससे साफ है कि शहर में भी इस दिशा में जागरूकता की जरूरत है। वो इस फिल्म के माध्यम से युवाओं और बच्चों को आजादी का महत्व समझाना चाहते है।

मनपा और जिला परिषद के कई स्कूलों के बच्चे इस फिल्म को देख चुके हैं "भारत माता की जय" लघु फिल्म एनएमसी स्कूलों में दिखाई गई। इस शॉर्ट फिल्म को कोलिलंसवुडज एकेडेमी ने बनाया है। नागपुर महानगरपालिका के माध्यम से ये शॉर्ट फिल्म दिखाई गई। रजनीश बताते है कि जिलाधिकारी सचिन कुर्वे, आयुक्त अश्विन मुद्गल, महापौर नंदा जिचकर, दया शंकर तिवारी, शिक्षा अधिकारी संध्या मेहपल्लीयवाड़ ने स्कूल में शॉर्ट फिल्म दिखाने के लिए मदद की। अब तक करीब 2500 विद्यार्थी इसे देख चुके हैं। फिल्म को नागपुर के कस्तूरचंद पार्क में शूट किया गया था। 26 जनवरी को रिपब्लिक डे पर रिलीज करने की योजना थी, लेकिन इसे जारी नहीं किया जा सका।
 

Similar News