फास्टैग कार्ड की स्लो रीडिंग से अकाउंट में अमाउंट रहने के बाद भी नहीं ले पा रहे लाभ

फास्टैग कार्ड की स्लो रीडिंग से अकाउंट में अमाउंट रहने के बाद भी नहीं ले पा रहे लाभ

Anita Peddulwar
Update: 2020-02-27 07:37 GMT
फास्टैग कार्ड की स्लो रीडिंग से अकाउंट में अमाउंट रहने के बाद भी नहीं ले पा रहे लाभ

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  पूरे देश में राष्ट्रीय महामार्ग के टोल पर लगने वाले लंबे वाले जाम से निजात पाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से फास्टैग अनिवार्य किया गया है। इसमें फास्टैग का उपयोग कर टोल पेमेंट डिजिटल कर दिया है। जिसमें कार्ड को रीड करने सीधे बैंक अकाउंट से टोल काट लेता है। देशभर में 15 दिसंबर 2019 से फास्टैग पूरी तरह से लागू कर दिया गया है। इसे लागू करने के साथ ही अनिवार्य भी कर दिया गया है। लेकिन इसमें लगातार समस्याएं आ रही है। फास्टैग रीडर कार्ड को रीड नहीं कर पा रहा है साथ ही अकाउंट में पैसे होने के बाद भी टोल नहीं कट रहा है। 

नहीं काम कर रहा फास्टैग
टोल में लगने वाली कताराें काे खत्म करने के लिए फास्टैग लाया गया। लेकिन यह फास्टैग कैश से भी स्लो हो गया है। कई टोल पर फास्टैग रीडर कार्ड को रीड ही नहीं कर पा रहा है। जिसके कारण वाहन चालक देर तक टोल पर ही खड़े रहते हैं। टोल संचालक कहते हैं कि इस कंपनी का फास्टैग अच्छा नहीं है। यह ठीक से काम नहीं करते हैं दूसरा फास्टैग लिजिए। यदि वाहन चालक का फास्टैग ठीक से कार्य कर रहा है और टोल पर लगे कार्ड रीडर में कोई परेशानी है और रीड नहीं कर रहा है तो टोल फ्री रहेगा। इस फ्री टोल की रसीद भी दी जाएगी।

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टोल फ्री नंबर पर कर सकते हैं शिकायत 
यह समस्या ज्यादातर पेटीएम के फास्टैग में समस्या आ रही है। वाहन चालकों के अकाउंट में रुपए होने के बाद भी टोल नहीं कट रहा है। हालांकि यदि कार्ड रीड नहीं करता है तो वाहन चालक को कोई  टोल नहीं देना होगा। इस बात की पुष्टि अधिकारियों ने की है। इसके बावजूद लगातार परेशानी हो रही है। फास्टैग रीड नहीं होने और टोल नहीं कटने से फास्टैग की लेन में भी लाइन लगना शुरू हो चुकी है। इस वजह से फास्टटैग का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा।  जिस उद्देश्य से फास्टैग काे लाया गया है। वह उद्देश्य किसी भी तरह से परिपूर्ण नहीं हो रहा है। हालांकि इस विषय पर अधिकारियों का कहना है कि फास्टैग को लेकर हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। यदि किसी तरह की कोई शिकायत रहती है तो वह टोल फ्री नंबर 1033 पर कर सकते हैं। इससे शिकायत सीधे हम तक पहुंच जाती है और हम इसका निवारण कर सकेंगे। 

समस्या का निवारण करेंगे
हमारे पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। यदि शिकायत है तो 1033 पर कर सकते हैं। जिससे हम समस्या का निवारण कर सकेंगे।
-स्वप्निल कसार, मैनेजर, एनएचएआई
 

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