जमीनी विवाद के चलते बेटे की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया

जमीनी विवाद के चलते बेटे की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-31 17:36 GMT
जमीनी विवाद के चलते बेटे की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। साहब मेरे बेटे की हत्या करशव को नदी में फेंक दिया। हत्यारों ने उसकी हत्या की और हादसे का रूप दे दिया। यह आरोप एक पिता ने लगाते हुए एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। हत्या का कारण जमीनी विवाद बताया जा रहा है। पुलिस शिकायत पर मामले की जांच कर रही है।

यह है पूरा मामला

अमरवाड़ा के लखनवाड़ा के अनिल पिता सुखदेव यादव (20) का शव 16 अगस्त को बाराढाना स्थित ठेल नदी में मिला था। अनिल के सिर पर गहरी चोट और शरीर पर कपड़े न मिलने से परिजनों को संदेह है कि उसकी हत्या कर शव नदी में फेंक दिया गया। मृतक के पिता सुखदेव के रिश्तेदार समेत पांच लोगों पर हत्या का संदेह जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक और डीआईजी से शिकायत करते हुए मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की गुहार लगाई है।

जमीनी विवाद बताया जा रहा कारण

शिकायत में सुखदेव यादव ने बताया कि अनिल यादव छिंदवाड़ा में जेसीबी ऑपरेटर था। वह रक्षाबंधन पर 14 अगस्त को घर आया था। शाम लगभग 7.30 बजे गांव के एक नाबालिग के साथ वह घर से निकला था। रात आठ बजे बेटी सीमा ने जब उसे फोन किया तो नाबालिग ने उसका फोन उठाया था। इसके बाद से मोबाइल बंद हो गया। पिता को संदेह है कि जमीनी विवाद में सोमलाल ने राम स्वरुप, राम और दर्शन के साथ मिलकर हत्या की है। हत्या के बाद शव नदी के तेज बहाव में फेंक दिया गया। सुखदेव ने मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। इस मामले में अमरवाड़ा पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि नदी के तेज बहाव में बहने से संभवत: युवक के सिर पर चोट आई है। हालांकि पुलिस मामले को संदेहास्पद मानकर जांच कर रही है।

तालाब में डूबे पोते का दूसरे दिन शव मिला

अमरवाड़ा के ग्राम सहकारी के दादा-पोता पोला पर्व पर बैलों को नहलाते वक्त शुक्रवार को गांव से लगे निस्तारी तालाब में डूब गए थे। दादा का शव पानी में उतराता मिला था। वहीं देर रात तक रेस्क्यू के बाद भी पोते का शव नहीं मिल पाया था। शनिवार सुबह बालक का शव पानी में उतराता मिला। पुलिस ने शव बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा। पुलिस ने बताया कि सहकारी निवासी 60 वर्षीय जगदीश पिता फत्तू अहिरवार अपने पोते 16 वर्षीय सुशील पिता रामस्वरुप अहिरवार के साथ पोला पर्व पर शुक्रवार दोपहर बिनेकी मार्ग स्थित निस्तारी तालाब में बैलों को नहलाने और बैल गाड़ी धोने गया था। बैलों को नहलाते वक्त सुशील पानी में डूबने लगा। जिसे बचाने दादा जगदीश ने तालाब में छलांग लगा दी थी। इस हादसे में दोनों डूब गए। तालाब में डूबने से जगदीश की मौत हो गई। जिसका शव पानी में उतराता मिला था। शनिवार को सुशील का शव तालाब में देखा गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।

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