कन्या वन समृद्धि योजना से आएगी हरियाली, बेटी जन्म लेने पर किसान परिवार लगाएगा 10 पौधे

कन्या वन समृद्धि योजना से आएगी हरियाली, बेटी जन्म लेने पर किसान परिवार लगाएगा 10 पौधे

Anita Peddulwar
Update: 2018-06-29 08:48 GMT
कन्या वन समृद्धि योजना से आएगी हरियाली, बेटी जन्म लेने पर किसान परिवार लगाएगा 10 पौधे

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। किसान वन समृद्धि योजना से हरियाली लाने का प्रयास सरकार कर रही है। बेटी जन्म लेने पर किसान परिवार 10 पौधे लगाएगा जिससे वन क्षेत्र भी बढ़ेगा। बता दें कि जिस किसान परिवार में बेटी का जन्म होगा, उस किसान दम्पति द्वारा बेटी के नाम पर सरकार की मदद से 10 पौधे रोपे जाने के उद्देश्य से  कन्या वन समृद्धि योजना शुरू करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। वित्त-नियोजन व वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की अगुवाई में राज्य मंत्रिमंडल ने  यह निर्णय लिया।

वैश्विक तापमान बढ़ने का संकट, इससे प्रकृति में होनेवाला बदलाव, प्राकृतिक आपदा में होनेवाली बढ़ोत्तरी, बढ़ते प्रदूषण आदि कारणों को लेकर पर्यावरण का संतुलन और जैवसृष्टि की स्थिरता, इसमें लगातार बदलाव हो रहे हैं। इस पर प्रभावी उपाय योजना करने के लिए राज्य में विविध माध्यमों से वनक्षेत्र व वृक्षाच्छादन बढ़ाने के लिए वन विभाग प्रयासरत है। राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के भूमिधारक किसानों के लिए यह योजना लाभप्रद साबित होगी। राज्य में प्रतिवर्ष जन्म लेनेवाली बेटियों का प्रमाण उल्लेखनीय है। जिसमें राज्य के किसान परिवारों में जन्म लेने वाली बेटी के परिवार इस योजना का लाभ लेने के लिए सामने आएंगे, ऐसा अनुमान है। 

प्रतिवर्ष तकरीबन 2 लाख किसान परिवार कन्या वन समृद्धि योजना का लाभ ले सकेंगे। इससे अधिक आवेदन आने पर उन पर भी विचार किया जाएगा। बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण संवर्धन की दृष्टि से समाज के सभी घटकों को पौधे लगाना जरूरी है। इन सभी बातों का विचार कर वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की अगुवाई में कन्या वन समृद्धि योजना शुरू करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है।

योजना का उद्देश्य
वनक्षेत्र के अलावा ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र जंगल में लेकर आने के साथ जिन परिवारों में बेटी जन्मेगी, उस दम्पति को 10 पौधे नि:शुल्क देकर प्रोत्साहित करना है। इनमें पौधों में 5 सागौन, 2 आम, 1 फणस, 1 जांभुल व 1 इमली आदि का समावेश होगा। इसके अलावा पर्यावरण, पौधारोपण व इनके संवर्धन, जैवविविधता आदि बातों पर युवाओं में रुचि निर्माण की जाएगी। महिला सशक्तिकरण और सबलीकरणन के लिए सामाजिक संदेश देना तथा बेटियों के घटती संख्या पर इस तरह की योजनाओं द्वारा कुछ हद तक नियंत्रण पाना भी इस योजना का उद्देश्य है।

योजना के लाभार्थी किसान दम्पति संबंधित ग्राम पंचायत में बेटी का पंजीयन करवाने के बाद इसी ग्राम पंचायत में उपलब्ध योजना का फार्मेट में आवेदन भरकर लाभ ले सकते हैं। राज्य में जंगल का क्षेत्र बढ़ाने के लिए विविध उपाय योजना करते हुए 3 वर्ष में 50 करोड़ पौधारोपण का संकल्प लेनेवाले वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की संकल्पना से साकार यह योजना इसमें मील का पत्थर साबित होगी। वनमंत्री ने बताया कि किसानों द्वारा पौधे लगाए जाने के बाद बेटी के साथ-साथ पौधे भी बड़े होते जाएंगे। सागौन, फलों के पेड़ आदि से मिलनेवाली आय से बेटी अपनी शिक्षा आदि खर्च उठा सकेगी। 

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