खदान से निकला कोयला बिजली उत्पादन केंद्र तक पहुंचने के पहले कैसे बदला

अजब गड़बड़ी खदान से निकला कोयला बिजली उत्पादन केंद्र तक पहुंचने के पहले कैसे बदला

Tejinder Singh
Update: 2021-09-29 17:15 GMT
खदान से निकला कोयला बिजली उत्पादन केंद्र तक पहुंचने के पहले कैसे बदला

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोराडी बिजली उत्पादन केंद्र में खदान से कोयला पहुंचाने के मामले में अजब गड़बड़ी सामने आयी है। खदान से कोयला लेकर वाहन निकला लेकिन बिजली उत्पादन केंद्र में कोयला लेकर पहुंचा वाहन कोई और था। उच्च क्वालिटी के कोयले को हड़पकर हल्के दर्जे का काेयल बिजली केंद्र में पहुंचाने का यह खेल मंगलवार की रात को उजागर हुआ है। इस मामले में कोयला ढुलाई में लिप्त ठेकेदार उनके कर्मचारियों के अलावा अन्य लोगों के लिप्त होने का संदेह है। बिजली विभाग ने इस संबंध में खापरखेडा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करायी है।

क्या है मामला

बिजली उत्पादन कंपनी महानिर्मिति के कोराडी औष्णिक विद्युत केंद्र में खदानों से कोयला लाया जाता है। कोयला ढुलाई के लिए कंपनी ने ठेकेदार नियुक्त किए है। मंगलवार 28 सितंबर 2021 की रात करीब 1.07 बजे कोराडी विद्युत केंद्र में वेकोलि की गोंडेगाव खदान से कोयला लेकर वाहन पहुंचा था। ठेकेदार के वाहन क्रमांक एमच22 एए 3414 से कोयला लाया गया था। लेकिन विद्युत उत्पादन केंद्र के सुरक्षा रक्षका को कुछ अनजान लोगों ने जानकारी दी कि कोयला ढुलाई में गड़बड़ी हो रही है। जिस वाहन से कोयला लाया गया है उसके नेमप्लेट पर स्टीकर लगाया गया। असल में उस वाहन का नंबर एमएच 40 बीजी 0901 है। शिकायत के आधार पर त्वरित जांच की गई। शिकायत सही निकली। विस्तृत जांच में पता चला कि वाहन क्रमांक एमएच 22-3414 भानेगांव टी प्वाइंट पर कोयला भरकर खड़ा है। उस वाहन के जीपीएस उपकरण को वाहन क्रमांक एमएच बीजी 0901 में लगाया गया। लिहाजा उच्च क्वालिटी का कोयला भानेगांव टी प्वाइंट पर वाहन क्रमांक एमएच 22-3414 में ही रह गया। उत्पादन केंद्र तक जिस वाहन से कोयला लाया गया था वह निकृष्ट स्तर का है। खापरखेडा पुलिस ने वाहन चालक व ठेकेदार के पर्यवेक्षक को थाने में लाकर पूछताछ की है। शिकायत के अनुसार इस गड़बड़ी में विद्युत उत्पादन केंद्र को 80 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।

निगरानी कंपनी पर भी संदेह

कोयला ढुलाई के काम की निगरानी के लिए मेसर्स बीएमएच कंपनी को कोराडी विद्युत उत्पादन केंद्र ने नियुक्त किया है। बीएमएच कंपनी की जवाबदारी है कि वह कोयला ढुलाई के लिए जीपीएस, आरएफआईडी से नियंत्रण रखे। निष्कृष्ट स्तर को काेयला लेकर विद्युत केंद्र तक पहुंचे वाहन में आरएफआईडी नहीं लगी थी। लिहाजा बीएमएच कंपनी के कर्मचारियों की भूमिका पर भी संदेह है। कंपनी मालिक व सुपरवाइजर की जांच की जा रही है। इस प्रकरण में कोराडी केंद्र के संबंधित कर्मचारियों को भी कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। महानिर्मिति के वरिष्ठ व्यवस्थापन मुख्य व्यवस्थापक सुरक्षा कर्नल राजीव मलेवार, मुख्य अभियंत कोराडी विद्युत केंद्र प्रकाश खंडारे के मार्गदर्शन में विभागीय स्तर पर भी जांच कार्रवाई की जा रही है।


 

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