ब्लू व्हेल गेम की हर चाल नाकामयाब करेंगे ये छात्र

ब्लू व्हेल गेम की हर चाल नाकामयाब करेंगे ये छात्र

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-02 15:01 GMT
ब्लू व्हेल गेम की हर चाल नाकामयाब करेंगे ये छात्र

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पूरे विश्व में मौत का तांडव मचा रहा "ब्लू व्हेल गेम" आज भी अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और चीन जैसे देश के लिए अनसुलझी पहेली बना हुआ है। इसके विपरित नागपुर में BSC प्रथम के करीब 50 छात्रों ने "ब्लू व्हेल गेम" की अनसुलझी पहेली को हल करते हुए उसकी हर चाल नाकामयाब करने का हुनर दिखाया है। छात्रों ने "ब्लू व्हेल गेम" कैसे बना, कैसे युवाओं को आत्महत्या के लिए प्रेरित करता है, क्राइम सीन्स मैनेजमेंट, मौत के बाद कई परिस्थिति जिससे पहचाना जा सके कि ये हत्या है या नेचुरल मौत, फांसी के कई प्रकार के मॉडल तथा केस सुलझाने को लेकर उपयोग की जाने वाले नियमों को उजागर किया है।

जानकारी के अनुसार शासकीय न्याय सहायक विज्ञान संस्था द्वारा BSC-1 के छात्रों के लिए "लॉ एविडेंसिया" मॉडल प्रदर्शनी व प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें BSC प्रथम के करीब 50 छात्रों ने हिस्सा लेकर "ब्लू व्हेल गेम" की पहेली को हल कर दिया है। डॉ. खोब्रागड़े ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में भविष्य में इस तरह के आयोजन पर जोर दिया।

आयोजन में बतौर निर्णायक रीजनल फारेंसिक साइंस लेबोरेटरी के असिस्टेंट डॉयरेक्टर डॉ. मनोज भंडॉरकर, एनवायरमेंट साइंस की विभाग प्रमुख डॉ. सुषमा नरखेड़े तथा शासकीय न्याय सहायक विज्ञान संस्था के डॉयरेक्टर डॉ. जयराम खोब्रागड़े प्रमुख रूप से उपस्थित थे। अलग-अलग श्रेणी में विजेताओं को पुरस्कृत कर प्रोत्साहन दिया गया। डॉ. भंडॉरकर ने सभी विद्यार्थियों की सराहना करते हुए कहा कि, सिर्फ दो महीने के प्रशिक्षण के आधार पर जो मॉडल पेश किए वे सराहनीय है। छात्रों को प्रेरित करने के लिए इस तरह के आयोजन आगे भी होते रहना चाहिए। साथ ही फारेंसिक साइंस के विभाग प्रमुख आशीष बढ़िए व निधि कपूर की सराहना भी की।

Similar News