ट्रेट्रा पैक में आश्रमशालाओं के बच्चों को मिलेगा फ्लेवर्ड मिल्क

ट्रेट्रा पैक में आश्रमशालाओं के बच्चों को मिलेगा फ्लेवर्ड मिल्क

Tejinder Singh
Update: 2018-04-19 13:47 GMT
ट्रेट्रा पैक में आश्रमशालाओं के बच्चों को मिलेगा फ्लेवर्ड मिल्क

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सरकारी आश्रमशालाओं के विद्यार्थियों को अब टेट्रा पैक में दूध उपलब्ध कराया जाएगा। जून महीने में शुरू होने वाले नए शैक्षणिक वर्ष से विद्यार्थी स्ट्राबेरी, चॉकलेट और मैंगो समेत अलग-अलग फ्लेवर के सुगंधित दूध पी सकेंगे। सरकार का अदिवासी विभाग महाराष्ट्र राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ (महानंद) के माध्यम से टेट्रा पैक वाला दूध उपलब्ध कराएगा। गुरुवार को प्रदेश सरकार के आदिवासी विकास विभाग के एक अधिकारी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि 502 सरकारी आश्रमशालाओं में पढ़ने वाले लगभग 1 लाख 90 हजार विद्यार्थियों को दूध उपलब्ध कराया जाएगा। विद्यार्थियों को टेट्रा पैक में 200 मिली लीटर दूध दिया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि आदिवासी विभाग ने महानंद ब्रांड का दूध उपलब्ध कराने का फैसला लिया है।

दूध उपलब्ध कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया
अधिकारी ने बताया कि अभी तक आश्रमशालाओं में दूध उपलब्ध कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाती थी। विद्यार्थियों को दूध और फल देने का विकल्प दिया गया था। इस कारण 90 प्रतिशत आश्रमशालाओं में विद्यार्थयों को दूध के बदले फल ही दिया जाता था। ठेकेदार सस्ते कीमत पर फल खरीद कर विद्यार्थियों को देते थे। लेकिन अब टेट्रा पैक में दूध वितरण किया जाएगा। इससे राज्य भर के सभी विद्यार्थियों को दूध मिल सकेगा। यह दूध विद्यार्थियों के सेहत के लिए भी लाभदायक होगा। अधिकारी ने बताया कि राज्य के सभी आश्रमशालाओं के विद्यार्थियों तक दूध पहुंचाने की जिम्मेदारी महानंद की होगी। दूध वितरण के लिए महानंद ने टेंडर मंगाए हैं। इसके बाद ही स्पष्ट होगा कि विद्यार्थियों को दूध उपलब्ध कराने के लिए महानंद कितना रुपए लेगा। अधिकारी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रति लीटर दूध पर करीब 55 रुपए का खर्च आएगा।

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