लापरवाही से बिगड़ रही नागपुर स्टेशन की सूरत, मॉडल कॉमर्शियल वाहन प्रशिक्षण केन्द्र पर भी संकट

लापरवाही से बिगड़ रही नागपुर स्टेशन की सूरत, मॉडल कॉमर्शियल वाहन प्रशिक्षण केन्द्र पर भी संकट

Tejinder Singh
Update: 2019-05-27 12:18 GMT
लापरवाही से बिगड़ रही नागपुर स्टेशन की सूरत, मॉडल कॉमर्शियल वाहन प्रशिक्षण केन्द्र पर भी संकट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक तरफ केन्द्र सरकार नागपुर रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने का प्रयास कर रही है दूसरी ओर यहां अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है। करीब 6 साल पहले लोगों को आकर्षित करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर स्टेशन के पूर्वी द्वार का सौंदर्यीकरण किया गया था। यहां शहर प्रसिद्ध स्थलों और इमारतों की तस्वीरें लगाई गई थी। कुछ समय तक इनकी देखभाल की गई लेकिन धीरे-धीरे प्रशासन ने इन्हें भुला दिया। इसके कारण यहां की हालत खराब होने लगी है। मध्य भाग को जोड़ने वाले नागपुर रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन 100 से अधिक ट्रेनों का आवामगन होता है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा को देखते हुए साल 2013 में पूर्वी द्वार पर सौंदर्यीकरण कर होम प्लेटफार्म बनाया गया था। शहर में आने वाले यात्रियों को पर्यटन क्षेत्र की जानकारी देने के लिहाज से ऐतिहासिक इमारतों की तस्वीरें लगाई गई थीं। इसके चलते स्टेशन के बाहरी हिस्से की सुंदरता बढ़ रही थी, वहीं दूसरी ओर शहर के इतिहास को समझने में भी यात्रियों को सहायता मिल रही थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से दोहरी लाइन के काम के साथ मेट्रो रेल से स्टेशन को जोड़ने का काम आरंभ किया गया है। नागपुर से कलमना के बीच 6.5 किमी की दूरी वाली पटरियों को होम प्लेटफार्म से जोड़ा जाना है। इस प्रक्रिया में कई हिस्सों को चौड़ा करने के लिए ऐतिहासिक इमारतों के विवरण वाले हिस्सों की अनदेखी आरंभ हो गई है। जहां तस्वीरें लगाई गई हैं उसके नीचे गड्डे बना दिए गए हैं। यहां लगी जीरो माइल, बर्डी का किला, कस्तूरचंद पार्क, रिजर्व बैक, राजभवन, दीक्षाभूमि, जिलाधिकारी कार्यालय की तस्वीरें खराब हो चुकी हैं। 

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