Me Too कैम्पेन ने बॉलीवुड से लेकर शिक्षा जगत तक को झकझोरा, सिम्बायोसिस की छात्राओं ने खोला मोर्चा

Me Too कैम्पेन ने बॉलीवुड से लेकर शिक्षा जगत तक को झकझोरा, सिम्बायोसिस की छात्राओं ने खोला मोर्चा

Tejinder Singh
Update: 2018-10-10 17:08 GMT
Me Too कैम्पेन ने बॉलीवुड से लेकर शिक्षा जगत तक को झकझोरा, सिम्बायोसिस की छात्राओं ने खोला मोर्चा

डिजिटल डेस्क, पुणे। Me Too कैम्पेन के तहत सिम्बायोसिस सेंटर फॉर मीडिया एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेट की पूर्व और वर्तमान छात्राओं ने सोशल मीडिया के जरिए लैंगिक शोषण का आरोप लगाया है। छात्राओं ने सोशल मीडिया पर खुला खत लिखा, जिसमें जिक्र किया कि महाविद्यालय में उनके साथ लैंगिक शोषण हुआ है। इसके साथ ही छात्राओं से अपील की है कि यदि और किसी के साथ भी ऐसा हो रहा है, तो वे यूनिवर्सिटी की समिति से इसकी शिकायत करे। खत में समिति के सदस्यों के नाम भी दिए गए हैं। इसके लिए छात्राओं ने एक समिति बनाई है, जो शिकायत करने वालों के नाम गुप्त रखेगी। 

बॉलीवुड से कॉलेज तक पहुंचा मामला

सोशल मीडिया पर आरोप लगते ही शिक्षा क्षेत्र में खलबली मची है। आपको बता दें कि हैशटैग Me Too की शुरुआत अमरिका से हुई, लेकिन अब भारत में यह आंदोलन बनता जा रहा है। जिसमें अभिनेत्रियां, महिला पत्रकारों ने खुद पर हुई ज्यादतियों के खिलाफ आवाज उठाई हैं। अब हर एक क्षेत्र की महिला आगे आकर आवाज उठा रही हैं। पिछले दो दिन पहले सिम्बायोसिस की छात्राओं ने भी इस अभियान के तहत खुलासे किए हैं। Me Too कैम्पेन के तहत केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर बुधवार को महिला पत्रकार ने आरोप लगाया था। अब तक उन पर 7 आरोप लगे हैं। इसके अलावा अभिनेता आलोक नाथ पर अभिनेत्री संध्या मृदुल और एक क्रू मेंबर ने भी यौन शोषण का आरोप लगाया। एक दिन पहले ‘तारा’ सीरियल की राइटर-प्रोड्यूसर ने भी रेप का आरोप लगाया था।

प्रबंधन कर रहा छात्राओं की शिकायतों पर गौर

सिम्बायोसिस की प्रधान निदेशक विद्या येरवड़ेकर ने कहा कि छात्राओं ने सोशल मीडिया के जरिए लैंगिक शोषण की शिकायत की है। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय समिति को जांच करने के लिए कहा गया है। 

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