यूथ कांग्रेस के चुनाव की घमासान शुरू , ऑनलाइन वोटिंग से चुने जाएँगे नेता - 5 लाख सदस्य प्रदेश अध्यक्ष, जिलाध्यक्षों को चुनेंगें
यूथ कांग्रेस के चुनाव की घमासान शुरू , ऑनलाइन वोटिंग से चुने जाएँगे नेता - 5 लाख सदस्य प्रदेश अध्यक्ष, जिलाध्यक्षों को चुनेंगें
डिजिटलय डेस्क जबलपुर । 7 से 10 दिसम्बर को होने वाले युवक कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव की घमासान ने तेजी पकड़ ली है। लगभग सात साल बाद होने जा रहे यूथ कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय संगठन चुनाव में इस बार 2 लाख 80 हजार नए व पुराने मेम्बरों को मिलाकर करीब पाँच लाख सदस्य ऑनलाइन वोटिंग के जरिए अपने नेता चुनेंगे। इस बार यूथ कांग्रेस के चुनाव में कई बड़े फेरबदल भी किए गए हैं। पहले लोकसभा अध्यक्ष एक होता था, लेकिन इस बार शहर और ग्रामीण के लोकसभा अध्यक्ष अलग-अलग चुने जाऐंगे। चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए प्रदेश से जिला स्तर पर आईटी सेल भी बनाई गई है, जिसमें वरिष्ठ नेताओं की रायशुमारी भी ली जाएगी। जबलपुर में लोकसभा और जिला अध्यक्षों की दावेदारी करने वाले करीब एक दर्जन से ज्यादा युवा नेता सोशल मीडिया से फील्ड तक सक्रिय हो गए हैं। मंगलवार को प्रदेश मुख्यालय से सभी उम्मीदवारों को सिम्बॉल भी जारी कर दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 में युवक कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव नए प्रक्रिया के तहत शुरू हुए थे। जिसमें कुणाल चौधरी प्रदेश अध्यक्ष बने थे। वर्ष 2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने और प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी के विधायक बनने के बाद यूथ कांग्रेस के संगठन चुनाव की तैयारियाँ शुरू भी हुईं थीं। लेकिन कभी आचार संहिता तो कभी सत्ता पलट होने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। उपचुनाव के बाद एक बार फिर पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई थी।
एक मेम्बर करेगा पाँच वोट
युवक कांग्रेस संगठन की गाइडलाइन के तहत एक मेम्बर पाँच वोट करेगा। जिसमें जिला महासचिव, जिलाध्यक्ष, लोकसभा अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव और प्रदेश अध्यक्ष के लिए वोटिंग एक बार में की जाएगी।