कंपनी का ट्रैक्टर गायब कर भागे युवक को उठा ले गए थे ठेेकेदार

कंपनी का ट्रैक्टर गायब कर भागे युवक को उठा ले गए थे ठेेकेदार

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-19 12:07 GMT
कंपनी का ट्रैक्टर गायब कर भागे युवक को उठा ले गए थे ठेेकेदार

झारखंड से 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर सतना ले आई पुलिस
डिजिटल डेस्क सतना।
बरौंधा थाना क्षेत्र के केल्हौरा से युवक के अपहरण की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने 2 आरोपियों को पकड़ लिया है, लेकिन अपहृत को लाने में सफलता नहीं मिली। वह पहले ही चोरी के एक मामले में झारखंड पुलिस के द्वारा जेल भेजा जा चुका था। इस सनसनीखेज वारदात में अब भी कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। गौरतलब है कि 10 जनवरी की शाम को केल्हौरा गांव के रास्ते पर पैदल चल रहे संजय वर्मा पुत्र भवनेश वर्मा 25 वर्ष को काले रंग की टाटा सफारी गाड़ी से आए 4 लोग अगवा कर भाग निकले थे। तब परिजन की सूचना पर आईपीसी की धारा 365 और 11/13 एडी एक्ट के तहत कायमी कर जांच शुरू की गई। युवक के परिजनों  से पूछताछ में पता चला कि संजय और उसका पिता झारखंड के साहबगंज जिले में बिजली के पोल लगाने वाली कंपनी में मजदूरी करते थे। लिहाजा झारखंड पुलिस से संपर्क किया गया तो ज्ञात हुआ कि पिता-पुत्र एक अन्य मजदूर के साथ मिलकर ठेकेदार का ट्रैक्टर व अन्य सामान चोरी कर लिया और काम छोड़कर भाग निकले थे। तीनों के खिलाफ राजमहल थाने में ठेकेदार के द्वारा मुकदमा दर्ज करा दिया गया था। लेकिन वहां की पुलिस ने कोई भी टीम भेजे जाने की बात से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि अभी तक वरिष्ठ अधिकारियों ने हरी झंडी ही नहीं दी है। ऐसे में यह संभावना बढ़ गई कि युवक को ठेकेदार या उसके गुर्गे उठा ले गए। जब युवक को उठाया गया, तब वह झारखंड से भागकर गांव आ रहा था, लेकिन ऑटो से उतर कर घर  की तरफ जाते समय उसे अगवा कर लिया गया। 
और सामने आई हकीकत
पूरे मामले की पड़ताल के लिए पुलिस कप्तान रियाज इकबाल के द्वारा टीआई देवी सिंह के साथ एक टीम साहबगंज के लिए रवाना कर दी गई। पुलिस ने वहां जाकर स्थानीय अमले की मदद से ठेकेदारों पर दबाव बनाया तो गुपचुप तरीके से 13 जनवरी को  संजय को राजमहल थाने पहुंचा दिया गया। वहां की पुलिस ने चोरी के प्रकरण में उसकी गिरफ्तारी भी कर ली, तब जाकर सतना की टीम को पूछताछ का मौका मिला। बातचीत में संजय ने बताया कि कंपनी में ठेकेदारी करने वाले कमलेश यादव पुत्र रामजी यादव 28 वर्ष निवासी परसामारी थाना महुली जिला संत कबीरनगर और इंद्रजीत यादव उर्फ बबलू पुत्र गब्बूलाल यादव 32 वर्ष निवासी बछयपुर थाना घनघटा संत कबीर नगर, उत्तरप्रदेश से उसका विवाद चल रहा था। कंपनी से भागने के बाद यही लोग पीछा करते हुए गांव आए और जबरन उसका अपहरण कर ले गए।
भारी पड़ी दबंगई, जाना पड़ा जेल
युवक के बयान की तस्दीक कर कमलेश और इंद्रजीत से पूछताछ की गई तो उन्होंने जुर्म स्वीकार कर लिया। अवैधानिक तरीके से अगवा करने पर आरोपियों को गिरफ्तार कर सतना लाया गया और कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इस पूरे मामले में एक पहलू यह भी है कि संजय के पिता का अब तक पता नहीं चला है। 
 

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