ऑफ रोड हैं 7 एफआरवी, जो दौड़ रहीं उनकी भी हालत खस्ता, बढ़ गया रिस्पान्स टाइम
बिगड़ी डायल 100 की चाल ऑफ रोड हैं 7 एफआरवी, जो दौड़ रहीं उनकी भी हालत खस्ता, बढ़ गया रिस्पान्स टाइम
डिजिटल डेस्क, सतना। सात साल पहले प्रारंभ की गई डायल-100 सेवा धीरे-धीरे अपनी उपयोगिता खोती जा रही है। अधिकांश वाहन जर्जर हालत में हैं, जिससे रिस्पान्स टाइम में काफी अंतर आ गया है। शहरी क्षेत्र में 10 की बजाय 20 मिनट और ग्रामीण क्षेत्रों में 30 के स्थान पर 50 मिनट का समय लग रहा है। वहीं जिले की 7 एफआरवी अलग-अलग कारणों से ऑफ रोड हैं, ऐसे में सूचना मिलने पर नजदीकी थानों की गाडिय़ों को टॉस्क दिया जाता है, जिससे वर्क लोड भी बढ़ गया है। लॉचिंग के दौरान गाडिय़ों में लगाए गए डिस्प्ले सिस्टम, सेंसर आदि खराब हो चुके हैं। ऐसे में पायलट और पुलिस के जवान अंदाजे से ही काम करने पर मजबूर हैं। हालात यह हो गए हैं कि किसी भी समय कोई भी एफआरवी चलते-चलते हॉफ जाती है।
एक्सटेंशन मिला पर नहीं किया मेंटीनेंस-
गौरतलब है कि आमजन के बीच पुलिस की आसान और तीव्र पहुंच के लिए भारत विकास ग्रुप से अनुबंध के आधार पर एक हजार एफआरवी सड़क पर उतारी गईं थीं, जिनकी समय सीमा 5 साल थी, लेकिन पहले कोरोना महामारी और बाद में टेंडर के लिए नए दावेदार नहीं आने से पुरानी कम्पनी को ही 4 बार में दो साल का एक्सटेंशन दिया गया। इस अवधि में बीवी ग्रुप ने मेंटीनेंस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया और खराब वाहनों के स्थान पर नई गाडिय़ां भी सड़क पर नहीं उतारी। अलबत्ता कुछ जिलों में किराये पर गाडिय़ां लेकर दौड़ा दीं।
अगले तीन माह में सुधार की उम्मीद-
कई कोशिशों के बाद अंतत: अप्रैल 2022 के तीसरे सप्ताह में जय अम्बे कम्पनी के नाम एल-01 टेंडर खुला, जिसे डीजीपी की मंजूरी के लिए भेजा गया, वहां से हरी झंडी मिलने के बाद कम्पनी को अगले तीन माह का समय पुराने सेटअप को बदलकर नई व्यवस्था बनाने में लगेगा। ऐसे में तब तक पुरानी गाडिय़ां ही सड़क पर दौड़ती रहेंगी।
बिगड़ी एएसआई की तबियत-
भीषण गर्मी के बीच कोठी की डायल 100 में तैनात सहायक उपनिरीक्षक अरूण पांडेय (55) की तबियत गुरूवार दोपहर को अचानक बिगड़ गई। तेज बुखार की शिकायत पर सहयोगी पॉयलट फौरन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गया, जहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने दवाएं देकर घर पर आराम करने की सलाह दी। यह बात पता चलने पर टीआई भूपेन्द्रमणि पांडेय ने एसपी आशुतोष गुप्ता को अवगत कराया और अनुमति प्राप्त कर एएसआई पांडेय को 7 दिन की मेडिकल लीव प्रदान कर रीवा भेज दिया।