5 लाख की रिश्वत मामले में पीआई कुलकर्णी समेत 3 फंसे

5 लाख की रिश्वत मामले में पीआई कुलकर्णी समेत 3 फंसे

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-05 13:36 GMT
5 लाख की रिश्वत मामले में पीआई कुलकर्णी समेत 3 फंसे

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। केस कमजोर बनाने के लिए 25 लाख की रिश्वत के मामले में LCB के दो अधिकारियों सहित 3 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एलसीबी के पीआई मुकुंद काशीनाथ कुलकर्णी (48) व पैसे लेनेवाले पुलिस जमादार सुनील विट्ठल बोटरे (38) आरोपियों के नाम हैं। जबकि तीसरा आरोपी एपीआई संदीप प्रभाकर चव्हाण (36) गिरफ्त से बाहर हैं।

कार्रवाई शनिवार को दारव्हा रोड के चिंतामणि पेट्रोलपंप के सामने शुरू हुई। जो शाम तक चलती रही। इस पेट्रोल पंप के सामने 5 लाख की राशि लेते समय जमादार सुनील बोटरे को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद एलसीबी के पीआई मुकुंद कुलकर्णी को उनके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया गया। संदीप चव्हाण साप्ताहिक छुट्टी होने के कारण गिरफ्तारी से बच गए। उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। कार्रवाई रिश्वत प्रतिबंधक ब्यूरो अमरावती के दल ने की है।

आरोपी को बचाने मांगी घूस
छापा मारने वाले अधिकारियों के अनुसार 15 दिसंबर को कलंब के शेखर थोटे जो बोगस खाद व बीज निर्मिती के मामले में आरोपी है, इसने यह शिकायत अमरावती ब्यूरो से की थी। जिसके बाद एपीआई चव्हाण द्वारा इस मामले में जांच में लापरवाही बरतकर कमजोर जार्चशीट भेजी गई। यही नहीं जब्त किया हुआ बोगस खाद व बीज का माल छोड़ दिया गया। इसके अलावा अन्य स्थानों पर रखे माल की जब्ती नहीं की गई। अपराध में दर्ज की धाराओं को कम किया गया।

स्टांप पेपर लिखवा ली थी खेती
शिकायतकर्ता के भाई  से रिश्वत की राशि मिलने तक 100 रुपये के स्टॅम्प पेपर पर सौदेपत्र द्वारा खेती लिखवा ली गई। साथ ही में चेक भी लिए गए। यह सौदेपत्र व चेक वापस मांगने के लिए 25 लाख की मांग एलसीबी द्वारा की गई थी। जिसके बाद हुई चर्चा में यह राशि 20 लाख की गई। उसकी पहली किस्त के रूप में 5 लाख रुपए देने की बात तय हुई थी। 18  दिसंबर को बिछाए गए जाल में यह राशि लेने का प्रयास हुआ। मगर आरोपी सजग होने से पकड़े नहीं गए। उसी प्रकार 27  दिसंबर को की गई जांच में पीआई कुलकर्णी ने शिकायतकर्ता व उसके भाई के खिलाफ चार्जशीट कमजोर करने के लिए व एपीआई चव्हाण ने तय की गई राशि में से 10  लाख रु. लेने की बात सुनकर जमादार बोटरे को बचे 15 लाख रु. लाने के लिए भेजा था। जिसमें से चर्चा के बाद शुरूआत में 12 व बाद में 11 लाख रु. की मांग की गई।

पहली किश्त लेते धरे गए
उसकी पहली किस्त 5 लाख रुपए आज बोटरे को देते ही पकड़ा गया। यह राशि बोटरे ने शनिवार को चिंतामणि पेट्रोलपंप के सामने ले रहा था तब  उसे दबोच लिया गया। जिसके बाद कुलकर्णी की गिरफतारी हुई। अब चव्हाण की तलाश जारी है। तीनों आरोपियों के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला शहर पुलिस थाने में दर्ज किया गया है। यह छापा अमरावती रिश्वत प्रतिबंधक ब्यूरो के श्रीकांत धीवरे, अतिरिक्त एसपी पंजाब डोंगरदिवे के मार्गदर्शन में डीवाईएसपी गजानन पडघन व उनकी टीम ने मारा। इस टीम में जमादार श्रीकृष्ण तालन, सुनील वराडे, सिपाही अभय वाघ, महेंद्र साखरे, शैलेश कडू, चंद्रकांत जनबंधू आदि शामिल थे।  

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