ट्रैफिक समस्या : नियमों के साथ प्रशासनिक जिम्मेदारी का पालन भी जरूरी

ट्रैफिक समस्या : नियमों के साथ प्रशासनिक जिम्मेदारी का पालन भी जरूरी

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-13 08:56 GMT
ट्रैफिक समस्या : नियमों के साथ प्रशासनिक जिम्मेदारी का पालन भी जरूरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ट्रैफिक विभाग और अन्य प्रशासनिक इकाइयों के बेहतर समन्वय और नागरिकों में नियमों के प्रति पालन की भावना से ट्रैफिक संबंधी समस्याओं का निराकरण संभव है। नियमों के साथ-साथ उन्हें सख्ती से लागू किए जाने की भी जरूरत है। ठीक से लागू नहीं होने के कारण नियम नागरिक जीवन का हिस्सा नहीं बन पाते हैं। 

यह समस्याएं आई सामने
दैनिक भास्कर कार्यालय में शहर में ट्रैफिक संबंधी चालान की नई व ऊंची दर और लोगों में उसके प्रति भय की भावना पर चर्चा सत्र का आयोजन किया गया। चर्चा सत्र में शहर में ट्रैफिक सुचारु और व्यवस्थित रखने के लिए ट्रैफिक नियमन के लिए जिम्मेदार विभाग ने जहां नियमों को कठोरता से लागू करने की जरूरत बताई, तो स्वयंसेवी संस्थाओं ने लोगों के साथ-साथ जिम्मेदार विभागों से और अधिक गंभीरता की आवश्यकता जताई, तो धार्मिक शोभायात्रा निकालने वालों ने विभाग से पूरे सहयोग की अपेक्षा जताई। 

ये थे उपस्थित
चर्चा में ट्रैफिक एसीपी जयेश भांडारकर, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी एसाेसिएशन के अध्यक्ष रमेश मेहता, ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही संस्था जनाक्राेश के अध्यक्ष डॉ. अनिल लद्दड़, सचिव रवींद्र कासखेडीकर, सह सचिव दिलीप मुक्केवार व सदस्य श्रीकांत डहाके, कलामंच के नरेंद्र सतीजा, ज्वाइंट इंटरनेशनल के अजय पांडे, राम मंदिर व श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा से जुड़े पुनित पेाद्दार, परशुराम शाेभायात्रा से जुड़े त्रिलोकीनाथ सिधरा और इस्कॉन से जुड़े डॉ. श्याम सुंदर शर्मा और पिंकी बारापात्रे शामिल थीं।

विभाग के साथ नागरिकों की भी जिम्मेदारी 
शहर में यातायात नियमों के पालन के लिए जनजागरूकता में लगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने विभाग और नागरिकों को और जिम्मेदार और नियमों के पालन के प्रति जागरूक होने की जरूरत बताई।
ट्रैफिक विभाग का काम जुर्माना वसूलना नहीं, व्यवस्था काे सुचारु करना है - अजय पांडे
हमारी संस्था प्रशासन से और जिम्मेदारी की अपेक्षा रखती है। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत के लिए अगर कोई विभाग की लापरवाही होगी तो उसे भी नोटिस भेजने की तैयारी कर रहे हैं - रवींद्र कासखेडीकर
पुलिस के साथ-साथ नागरिकों की भी जिम्मेदारी हैं। उन्हें भी जिम्मेदारी का पालन करना चाहिए - डॉ. लद्दड़

सख्ती से नियम का पालन
सख्ती से लोग नियमों का पालन करने लगते हैं। नागपुर में हेलमेट लागू करने के लिए 2017 से प्रयास जारी थे। विभाग जागरूकता फैलाने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाए, लेकिन सफलता तब ही मिली जब सख्ती से कानून लागू किया गया।  - जयेश भांडारकर, एसीपी ट्रैफिक 

भलाई के लिए बने हैं नियम
लोगों की मानसिकता में भी बदलाव की जरूरत है। लोगों को समझना चाहिए कि नियम उनकी भलाई के लिए बने हैं। उन्होंने शहर में पैदल और साइकिल चलाने वालों की सुरक्षा का सवाल भी उठाया।  -रमेश मेहता

नहीं मिलता सहयोग
विभागों से पूर्ण सहयोग नहीं मिलने के बावजूद शोभायात्रा के दौरान व्यवस्था संभाने के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देने की बात करते हुए पुनित पोद्दार और त्रिलोकीनाथ सिधरा ने कहा कि ट्रैफिक नियमों का पालन स्वनियंत्रण से जुड़ा मामला है। परिवार में अगर माता-पिता नियमों का पालन करेंगे तो बच्चे भी नियमों का पालन सीखेंगे। 

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