इंडिगो की फ्लाइट से दो बैग गायब, जबलपुर के रहने वाले रिटायर्ड अधिकारी हैं पीड़ित यात्री

लापरवाही की हद इंडिगो की फ्लाइट से दो बैग गायब, जबलपुर के रहने वाले रिटायर्ड अधिकारी हैं पीड़ित यात्री

Tejinder Singh
Update: 2021-11-02 16:09 GMT
इंडिगो की फ्लाइट से दो बैग गायब, जबलपुर के रहने वाले रिटायर्ड अधिकारी हैं पीड़ित यात्री

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मंगलवार तड़के करीब 3.30 बजे बंगलुरु से नागपुर पहुंची इंडिगो की फ्लाइट क्र. 6ई 486 से एक यात्री के दो बैग रहस्यमय ढंग से गायब हो गए। बैग में दीपावली मनाने के लिए उपहार, बच्चों के कपड़े व कुछ कीमती सामान था। लापरवाही की हद तो तब हो गई जब यात्री ने अपनी लगेज की पर्ची दिखाकर संबंधित अधिकारियों से बैग देने की मांग की, तो अधिकारी टालमटोल करते रहे। यहां तक कि, यात्री को वापस उसके घर भेज दिया गया। करीब पंद्रह घंटे बाद कूरियर बॉय दोनों बैग लेकर यात्री के घर पहुंचा और बैग उसके हवाले किए।

बंगलुरु से तड़के 3.30 बजे नागपुर पहुंचे थे

जबलपुर के शक्तिनगर निवासी दिलीप शाहू इंडिगो की फ्लाइट से बंगलुरु से तड़के करीब 3.30 बजे नागपुर विमानतल पर पहुंचे। विमान से उतरने के बाद जब वे लगेज काउंटर पर बैग लेने पहुंचे, तो वहां उन्हें उनके बैग नहीं मिले। उन्हें अधिकारियों ने यह कहकर लौटा दिया कि, बैग मिलने पर उनके घर पहुंचा दिए जाएंगे।

बैग नहीं मिले तो बेटे के यहां मनीष नगर में रुके

दिलीप ने बताया कि, वे जबलपुर जाना चाहते थे, लेकिन बैग नहीं मिलने पर उन्हें बेटे के घर रुकना पड़ा। काफी देर बैग नहीं मिलने पर उन्होंने पुन: अधिकारियों से फोन पर दोपहर करीब डेढ़ बजे संपर्क किया, तो अधिकारियों ने उन्हें बताया कि, आपके बैग नहीं है।

यहां तक कहा कि, यात्री सूची में नाम नहीं है

यहां तक कि, यात्रियों की सूची में उनका नाम नहीं होने की बात भी अधिकारियों ने कही। हैरान-परेशान दिलीप दोपहर लगभग 2 बजे नागपुर विमानतल पर पहुंचे। अधिकारियों से संपर्क कर बंगलुरु से यात्रा संबंधी दस्तावेज पेश किए। टिकट व लगेज की पर्ची दिखाने पर अधिकारियों ने कहा कि, उनके बैग नहीं मिल रहे हैं, लेकिन कुछ देर बाद फिर एक अधिकारी ने कहा कि, आपके बैग मिल गए हैं। बैग आपके घर पर पहुंचा दिए जाएंगे। इस आश्वासन के बाद दिलीप वापस घर चले गए और बैग मिलने का इंतजार करने लगे।

आखिर 15 घंटे बाद बैग लेकर घर पहुंचा कुरियर बॉय

शाम करीब 5 बजे तक बैग नहीं मिलने पर दिलीप ने फिर इंडिगो की एक महिला साना नामक अधिकारी से संपर्क किया, उसने भी कहा कि, बैग नहीं मिल रहे हैं। इस गंभीर लापरवाही से झुंझलाए दिलीप फिर विमानतल जाने का विचार करने लगे। कुछ देर बाद अचानक विमानतल से उन्हें फोन आया कि, आपके बैग मिल गए हैं और बैग कुरियर के जरिए आपके घर भेज दिए गए हैं। शाम करीब 7 बजे कूरियर ब्वॉय उनके बैग लेकर उनके घर मनीष नगर पहुंचा। तब कहीं दिलीप शाहू ने राहत की सांस ली। दिलीप जबलपुर में प्रथम श्रेणी अधिकारी के रुप में कार्यरत थे। अब वे सेवानिवृत्त हैं। इस मामले में इंडिगो की अधिकारी साना मैडम से संपर्क कर बैग गुम होने के बारे में जानने का प्रयास किया, तो उन्होंने इस मामले में कुछ बताने से इनकार कर दिया।

 

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