निजी स्वार्थ के लिए उद्धव ने किया भाजपा से गठबंधन, राणे बोले - अब शिवसेना के खिलाफ खड़े करेंगे उम्मीदवार 

निजी स्वार्थ के लिए उद्धव ने किया भाजपा से गठबंधन, राणे बोले - अब शिवसेना के खिलाफ खड़े करेंगे उम्मीदवार 

Tejinder Singh
Update: 2019-02-19 16:32 GMT
निजी स्वार्थ के लिए उद्धव ने किया भाजपा से गठबंधन, राणे बोले - अब शिवसेना के खिलाफ खड़े करेंगे उम्मीदवार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए शिवसेना और भाजपा के गठबंधन के बाद महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष के मुखिया तथा राज्यसभा सांसद नारायण राणे ने पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत राणे ने कहा कि उद्धव ने खुद के स्वार्थ के लिए गठबंधन किया है। उन्हें सत्ता चाहिए और उसके बल पर पैसा। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने मुंबई मनपा में भ्रष्टाचार के जरिए जो जमा किया है उसको पचाने के लिए सत्ता जरूरी है। इसलिए शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन किया है। मुंबई के कई बिल्डरों के साथ मातोश्री (उद्धव) की भागीदारी है। राणे ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में शिवसेना 10 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी। जबकि विधानसभा चुनाव में शिवसेना को 25 से 30 सीटें ही मिलेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में शिवसेना को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद नहीं देगी। क्योंकि शिवसेना के पास मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार ही नहीं है। राणे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में शिवसेना के उम्मीदवारों को हराने के लिए हम उनके खिलाफ उम्मीदवार उतारेंगे। महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष लोकसभा चुनाव स्वतंत्र रुप से लड़ेगा। राणे ने कहा कि पार्टी ने रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट पर नीलेश राणे की उम्मीदवारी घोषित कर दी है। हम विदर्भ, मराठवाड़ा और खानदेश में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।  

राऊत दावा कर रहे थे गठबंधन नहीं होगा

राणे ने कहा कि शिवसेना सांसद संजय राऊत लगातार दावा कर रहे थे कि गठबंधन नहीं होगा। लेकिन शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया। राऊत ने खुद ही अपनी फजीहत करा ली। राणे ने कहा कि भाजपा ने उद्धव को कहा होगा कि अब शिवसेना को नहीं सड़ाएंगे। इसलिए उद्धव गठबंधन के लिए तैयार हुए। इससे पहले उद्धव ने गठबंधन तोड़ने के बाद कहा था कि भाजपा के साथ गठबंधन करने से पार्टी के 25 साल सड़ गए। उद्धव के साफ मन से भाजपा के साथ गठबंधन करने वाले बयान पर राणे ने कहा कि उद्धव और मन साफ, यह समीकरण नहीं जमता।

रद्द नहीं हुई है ग्रानी रिफायनरी परियोजना 

राणे ने कहा कि ग्रीन रिफायनरी परियोजना रद्द नहीं हुई है उसको  नाणार से दूसरे जगह पर ले जाने की बात कही गई है। उद्धव ने सत्ता में रहने के बावजूद नाणार के लिए कुछ नहीं किया। उलटे परियोजना के लिए कई मंजूरी शिवसेना के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने दी है। राणे ने कहा कि शिवसेना की कार्यकारिणी में अलग चुनाव लड़ने का प्रस्ताव मंजूर करने के बाद पार्टी के नेताओं ने भाजपा कोटे के 25 सीटों पर चुनाव के लिए तैयारी की थी। इसी तरह 23 सीटों पर भाजपा के नेता भी चुनाव के लिए तैयार थे। ऐसे में अब दोनों दलों के नेताओं का मन क्या कहता होगा। राणे ने कहा कि गठबंधन हुआ है, लेकिन दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के मन नहीं मिल पाए हैं। पिछले चार सालों में शिवसेना ने भाजपा के साथ जिस तरीके से दुर्व्यवहार किए हैं, उसको भाजपा के नेता और कार्यकर्ता भूले नहीं हैं। उनके मन में शिवसेना के प्रति द्वेष है। यह गठबंधन केवल औपचारिकता है। गठबंधन से फायदेमंद नहीं होगा। 

भाजपा के कहने पर हुआ मेरी पार्टी का जन्म

राणे ने कहा कि भाजपा के कहने पर मैंने नई पार्टी बनाई। पार्टी ने मुझे राज्यसभा सदस्य बनाया। इससे पहले भाजपा ने मुझे जो आश्वासन दिया था, वह पूरा नहीं हुआ है। राणे ने कहा कि मैं राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दुंगा। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की घोषणापत्र समिति में शामिल किए जाने के सवाल पर राणे ने कहा कि पार्टी ने मुझे शामिल किया है लेकिन मुझे उस समिति में रखना है या नहीं इस पर भाजपा को फैसला करना है। मैं जब अपनी पार्टी का घोषणापत्र घोषित करूंगा तो मैं भाजपा को बता दुंगा कि एक ही नेता दो दलों का घोषणापत्र जाहिर नहीं कर सकता। एक सवाल के जवाब में राणे ने कहा कि मैं महागठबंधन में नहीं जाऊंगा। मनसे से गठबंधन करने के सवाल पर राणे ने कहा कि राज ठाकरे महागठबंधन के साथ जा रहे हैं। इसलिए उनसे चर्चा का सवाल नहीं उठता है। 

Similar News