नोटबंदी जैसा फैसला राम मंदिर एक पल में क्यों नहीं हो सकता, उध्दव ठाकरे ने भाजपा पर कसा तंज

नोटबंदी जैसा फैसला राम मंदिर एक पल में क्यों नहीं हो सकता, उध्दव ठाकरे ने भाजपा पर कसा तंज

Anita Peddulwar
Update: 2018-07-14 13:17 GMT
नोटबंदी जैसा फैसला राम मंदिर एक पल में क्यों नहीं हो सकता, उध्दव ठाकरे ने भाजपा पर कसा तंज

डिजिटल डेस्क, पुणे। शिवसेना पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर नोटबंदी एक पल में हो सकती है तो क्या राम मंदिर नहीं हो सकता? अब तक तो मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए था। ठाकरे की अध्यक्षता में शनिवार को पुणे में शिवसेना के पश्चिम महाराष्ट्र के नेताओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि राम मंदिर, समान नागरी कानून, 370 धारा रद्द करना यह अब तक हो जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। अगर नोटबंदी एक पल में हो सकती है तो राम मंदिर का निर्माण का निर्णय एक पल में क्यों नहीं हो सकता? 

भगवदगीता बांटने बजाय नतीजे समय पर घोषित करें
स्कूली शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि इम्तीहान के नतीजे समय पर घोषित न करना, इम्तीहान के प्रश्न पत्र बाहर आना यह जो मुंबई विश्वविद्यालय में गड़बड़ी हुई है उसकी ओर से ध्यान हटाने के लिए महाविद्यालयों में भगवतगीता बांटने का कार्यक्रम भाजपा ने शुरू किया है। ऐसा करने के बजाय अगर नतीजे समय पर घोषित किए जाएं तो बेहतर होगा। और वैसे भी मुझे भगवतगीता देखनी ही है कि वह संस्कृत में है या फिर गुजराती में है। 

नाणार परियोजना का विरोध ही रहेगा
ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नाणार परियोजना को लेकर जबरदस्ती नहीं की जाएगी ऐसा आश्वासन दिया है। कुछ भी हो लेकिन उक्त परियोजना नहीं होने देंगे इस ठोस भूमिका शिवसेना की है। इसलिए हमारा विरोध बरकरार रहेगा। 

गड्ढों के सवाल पर हाथ किए उपर
बारिश शुरू होने के बाद मुंबई में बने हुए गड्ढों के कारण हुई दुर्घटनाअों में कईयों को जानें गंवानी पड़ी है। इस बारे में सवाल पूछने पर ठाकरे ने कहा कि बारिश में गड्ढों की जिम्मेदारी सभी की ही होती है। इस मामले में उन्होंने हाथ ऊपर करते हुए जवाब दिया।
 

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