मलिक ने कहा- विखेपाटील को भाजपा की जीत का भरोसा नहीं, शिवसेना के प्रचार में उतरे कांग्रेस विधायक कोलंबकर
मलिक ने कहा- विखेपाटील को भाजपा की जीत का भरोसा नहीं, शिवसेना के प्रचार में उतरे कांग्रेस विधायक कोलंबकर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अटकलों के बावजूद राकांपा के वरिष्ठ नेता पूर्व उप मुख्यमंत्री विजयसिंह मोहिते पाटील और विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखेपाटील के भाजपा में शामिल न होने पर राकांपा ने तंज कसा है। राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर सत्ता में नहीं लौटेंगे इसी आशंका के चलते विजयसिंह मोहिते पाटील और राधाकृष्ण विखेपाटील भाजपा में शामिल नहीं हुए। बुधवार को सोलापुर के अकलुज में हुई मोदी की रैली में मोहिते पाटील मंच पर तो मौजूद थे लेकिन वे भाजपा में शामिल नहीं हुए। मलिक ने कहा कि विखेपाटील भी भाजपा में शामिल नहीं हुए इससे साफ है कि दोनों नेताओं को भाजपा की जीत का भरोसा नहीं है। इसीलिए उन्होंने अपने बेटों को तो भाजपा में भेज दिया लेकिन खुद नहीं गए।
वहीं मालेगांव महानगरपालिका में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नगरसेवक नबी अहमद उल्ला को पार्टी से निकाल दिया गया है। प्रदेश राकांपा के महासचिव शिवाजी राव गर्जे के अनुसार महागठबंधन के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने की वजह से उल्ला के खिलाफ कार्रवाई की गई है। धुले लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस-राकांपा महागठबंधन के उम्मीदवार कुणाल रोहिदास पाटील के खिलाफ उल्ला वंचित बहुजन आघाडी के उम्मीदवार के तौर उल्ला चुनाव लड़ रहे हैं।
काफी समय से भाजपाई बनने का संकेत दे रहे वडाला (मुंबई) के कांग्रेस विधायक कालीदास कोलंबकर आखिरकार खुल कर युति के पाले में आ गए। कोलंबकर बुधवार को दक्षिण मध्य मुंबई से शिवसेना-भाजपा युति उम्मीदवार राहुल शेवाले के चुनाव प्रचार में उतरे। इसके पहले कांग्रेस विधायक कोलंबकर ने अपने जन सम्पर्क कार्यालय के बोर्ड पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर लगा कर भाजपा में जाने के संकेत दिए थे। कोलंबकर ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ करने से कांग्रेस पार्टी मुझ पर नाराज हो गई। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में दक्षिण मध्य मुंबई से शिवसेना-भाजपा युति के उम्मीदवार शेवाले ही चुनाव जीतेंगे। इसके पहले कोलंबकर ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर युति के उम्मीदवार का प्रचार करूंगा। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस उम्मीदवार एकनाथ गायकवाड़ ने मुझे फोन नहीं किया और न ही कोई मैसेज भेजा। मैं शेवाले को अपना समर्थन देता हूं और उनके लिए प्रचार करूंगा।' कोलंबकर 6 बार विधायक चुने गए हैं। नारायण राणे समर्थक कोलंबकर राणे के साथ शिवसेना छोड़ कर कांग्रेस में आए थे। राणे के कांग्रेस छोड़ने के बाद उन्होंने भाजपा में जाने का मन बनाया और अब भाजपाई बन चुके हैं। हालांकि अभी तक उन्होंने अधिकृत तौर पर कांग्रेस छोड़ने का एलान नहीं किया है।