इस तरह दम तोड़ चुके हैं वॉटर फिल्टर प्लांट, मिल रहा दूषित पानी

इस तरह दम तोड़ चुके हैं वॉटर फिल्टर प्लांट, मिल रहा दूषित पानी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-19 09:44 GMT
इस तरह दम तोड़ चुके हैं वॉटर फिल्टर प्लांट, मिल रहा दूषित पानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कुछ वर्षों पहले नागपुर महानगर पालिका से कामठी को जलापूर्ति की जाती थी, जिसके लिए कामठी नगर परिषद मनपा को भुगतान भी करती थी। समस्या से निजात दिलाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने करोड़ों की निधि से लॉटर फिल्टर प्लांट लगाने का प्रस्ताव पास कराया। पूर्व राज्यमंत्री एड. सुलेखा कंभारे ने जलापूर्ति मंत्री रहते हुए इसका नवनिर्माण कर नप के अधीन किया गया था। जिसके बाद रहवासियों को शुद्ध पानी मिलने लगा। लेकिन वर्षों पुराने लगाए गए संयंत्र अब सड़ने लगे हैं। शहर में दूषित जलापूर्ति हो रही है। शुरुआत में इसका रख-रखाव सुचारु रहा, लेकिन अब इसका मेंटेनेंस स्थानीय नगर परिषद के लिए मुश्किल हो गया। नतीजतन कई साल पहले बिछाई गई पाइप लाइप पूरी तरह सड़ चुकी है। 

पूरी तरह जंग खा चुके संयंत्र
संयंत्र पूरी तरह जंग खा चुके है। अब निधि के अभाव में इन संयंत्र और पाइप लाइन को बिछाने में अडचनें आ रही हैं। इसका खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। रोजाना दूषित जलापूर्ति की शिकायतें मिल रही है। समय-समय पर अनेक राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के साथ प्रभाग के नागरिकों द्वारा ज्ञापन सौंपने के साथ-साथ मोर्चा निकालकर आंदोलन करते रहे। प्रशासन भागदौड़ और तामझाम का दिखावा करता रहा। अब कई मशीनें बंद होने के कारण सबसे बड़ा जलशुद्धिकरण संयंत्र खराब होने की कगार पर है। जिसमें करीब 8 से 10 फीट तक हरे रंग की काई जमी है। हालांकि पिछले साल लाखों खर्च कर सफाई का कार्य किया गया था,लेकिन अब स्थिति फिर जस की तस हो गई है।

 

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