पहले दौर में औरंगाबाद-जालना में शुरु होगा वॉटर ग्रिड का काम, इजराईल कर रहा मदद
पहले दौर में औरंगाबाद-जालना में शुरु होगा वॉटर ग्रिड का काम, इजराईल कर रहा मदद
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार की मराठवाड़ा वॉटर ग्रिड परियोजना को गति मिलने की उम्मीद है। इस परियोजना के पहले दौर में औरंगाबाद और जालना में वॉटर ग्रीड का काम किया जाएगा। परियोजना का काम हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल के तहत होगा। औरंगाबाद और जालना के पहले पैकेज के काम पर लगभग 4 हजार 200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। राज्य सरकार ने इजराइल सरकार की मदद से वॉटर ग्रिड का काम पूरा करने का फैसला किया है।
बुधवार को प्रदेश सरकार के जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत कहा कि वॉटर ग्रिड परियोजना के पहले पैकज के काम के लिए प्राथमिक रिपोर्ट जलापूर्ति विभाग को मिल चुकी है। पहले पैकेज का काम शुरू करने संबंधी प्रस्ताव जल्द राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद परियोजना का काम शुरू करने के लिए टेंडर निकाला जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद वॉटर ग्रिड का काम शुरू हो जाएगा।
पहले पैकेज में औरंगाबाद की जायकवाड़ी बांध और जालना के लोअर दुधना बांध को पाइप लाइन से जोड़ा जाएगा। वॉटर ग्रिड परियोजना के तहत मराठवाड़ा के लगभग 11 बड़े और मध्यम बांधों को पाइप लाइन के जरिए जोड़ने का लक्ष्य है। इसमें जायकवाड़ी, उजनी, येलदरी, सिद्धेश्वर, माजलगांव, निम्न तेरणा समेत अन्य बांध शामिल हैं। जलापूर्ति विभाग के अनुसार हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल के तहत परियोजना की लागत का 40 प्रतिशत भुगतान पहले किया जाएगा। बाकी कि 60 प्रतिशत धनराशि बाद में उपलब्ध कराई जाएगी। इससे पहले मराठवाड़ा में सूखे की स्थिति से निपटने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 4 अक्टूबर 2016 को वॉटर ग्रीड परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। वॉटर ग्रिड परियोजना पर लगभग 25 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।