चोरी हो रहा शहर वालों का पीने का पानी , प्रशासन बेखबर

चोरी हो रहा शहर वालों का पीने का पानी , प्रशासन बेखबर

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-04 07:56 GMT
चोरी हो रहा शहर वालों का पीने का पानी , प्रशासन बेखबर

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । कन्हरगांव डेम में इस बार पिछले वर्षों की तुलना में कम जल-भराव हुआ है। नगरनिगम अधिकारियों के अनुसार यदि इस डेम से एक भी सिंचाई के लिए भी पानी दिया जाता है तो शहर को जलसंकट का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में वर्ष भर शहर की प्यास बुझाने वाले इस डेम के पानी को सहेजने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि दूसरी ओर डेम के केचमेंट एरिए में लगातार मोटर पंप से पानी चोरी हो रहा है। इस बात से अधिकारी अंजान है और लगातार बड़ी मात्रा में इन मोटर पंपों के जरिए डेम से पानी लिया जा रहा है। केचमेंट एरिए के ऐसे हालाता है कि यह बैखोफ पानी लेने के लिए लोगों ने मोटर पंप कनेक्शन करके रखा है और हर दिन इसका पानी उपयोग में लिया जा रहा है। राहत वाली बात यह है कि अभी फिलहाल मोटर पंपों की संख्या कम है लेकिन आने वाले महिनों में रबी फसल के लिए सिंचाई के लिए हर बार की तरह सैकड़ों मोटर पंप लग जाएंगे जिसे प्रतिदिन हजारों लीटर पानी डेम से लिया जाएगा।
संयुक्त अभियान से भी नहीं निकलता हल
पिछले कई वर्षों में हर बार यही होता है कि नगरनिगम, विद्युत विभाग और पुलिस विभाग की टीम मोटर पंप के जरिए हो रही पानी चोरी को रोकने के लिए पत्र व्यवहार करते हंै। इसके बाद एक या दो बार संयुक्त अभियान चलाकर इन मोटर पंप को जब्त कर लिया जाता है। लेकिन बाद में हालात जस की तस बन जाते है। अब चूंकि इस वर्ष जल-भराव की स्थिति कम है ऐसे में मोटर पंप जब्त करने की कार्रवाई सख्ती से और लगातार करने की आवश्यक्ता है।  
ऐेसे हैं केचमेंट एरिया के हालात
कन्हरगांव डेम के मुख्य हिस्से में मोटर पंप नहीं दिखाई देते है। लेकिन परासिया विकासखंड से जुड़े हुए गांव जो डेम के केचमेंट एरिए के पास है वहां पर अभी से मोटर पंप के जरिए पानी लेना शुरु कर दिया है। कुछ जगह पर तो झाडिय़ों के बीच से सीधे मोटर पंप कनेक्शन करके पानी लिया जा रहा है। आसपास के क्षेत्रवासी बताते है कि अभी मोटर पंप लगने की संख्या कम है लेकिन हर दिन इसकी संख्या बढ़ती जा रही है।
विद्युत विभाग की टीम बनी पर नहीं मिले पंप
विद्युत विभाग ने मोटर पंप जब्त करने के लिए चार-चार सदस्यीय चार टीमों का गठन किया है। इस टीम ने एक बार सर्वे कर लिया है जहां इसे एक भी मोटर पंप डेम के आसपास नहीं मिला। अब देखने वाली बात है कि विद्युत विभाग ऐसे मोटर पंपों पर कैसे कार्रवाई करता है।
निगम का यह कहना
जलप्रदाय विभाग उपयंत्री आरके सहस्त्रबुद्धे का कहना है कि डेम में 711.50 मीटर पानी का लेवल है। यदि इस स्थिति में मोटर पंप शुरु करते है तो ग्रीष्म ऋतु में जलसंकट होगा। हम भी लगातार सर्वे करते रहते है। यदि पुलिस बल मिल जाए तो सख्ती से इन मोटर पंपों को जब्त कर सकते है।

 

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