लगातार बारिश से वर्धा प्रकल्प में 90 फीसदी जलभंडारण अन्य जलाशय भी लबालब

लगातार बारिश से वर्धा प्रकल्प में 90 फीसदी जलभंडारण अन्य जलाशय भी लबालब

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-06 11:22 GMT
लगातार बारिश से वर्धा प्रकल्प में 90 फीसदी जलभंडारण अन्य जलाशय भी लबालब

डिजिटल डेस्क, अमरावती । बीते दो दिनों से शहर व जिले के साथ ही मोर्शी तहसील में भी जोरदार बारिश चल रही है। जिसके चलते मोर्शी एवं परिसर के नदी व नालों में उफान की स्थिति बनी हुई है। वहीं मध्यप्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में भारी बारिश के चलते संभाग के सबसे बड़े प्रकल्प उर्ध्व वर्धा का जलस्तर लगातार बढ़ते ही जा रहा है। पिछले 24 घंटे में ऊध्र्व वर्धा प्रकल्प में करीब 9 फीसदी जलभंडारण का इजाफा हुआ है। 

इस सबसे बड़े प्रकल्प की क्षमता इतनी है कि यह लबालब होने के बाद दो से तीन वर्ष तक अमरावती शहर को जलापूर्ति के साथ ही सिंचाई के लिए भी जलापूर्ति की जा सकती है। विगत वर्ष उर्ध्व वर्धा प्रकल्प में कम बारिश के चलते 55 फीसदी जलभंडारण हुआ था। जिसके चलते दिसंबर माह से ही जलसंकट का आगाज हो गया। ग्रीष्मकाल के दौरान शहर व जिले के ग्रामीण इलाकों में लोगों को भीषण जलसंकट का सामना करना पड़ा था।  इस वजह से इस वर्ष अच्छी बारिश के साथ ही उध्र्व वर्धा प्रकल्प लबालब होने की दुआएं मांगी जा रही थी। यह दुआएं अब कबूल होती दिखाई दे रही है। वहीं उध्र्व वर्धा प्रकल्प लबालब होने की कगार पर है। मौसम विभाग ने और 3 से 4 दिन संपूर्ण विदर्भ सहित मध्यप्रदेश प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है। 

मूसलाधार बारिश की स्थिति आगे भी बनी रही तो जल्द ही उध्र्व वर्धा प्रकल्प 100 फीसदी तक लबालब हो सकता है। जिस वजह से सिंचाई विभाग किसी भी समय इस प्रकल्प के गेट खोलकर पानी छोड़ सकता है।  जलसंपदा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार उर्ध्व वर्धा प्रकल्प में 341.28  मीटर जलस्तर, 459.10  दलघमी ( 81.39  फीसदी) जलसंग्रह दर्ज किया गया था।   लगातार बारिश के चलते नदियों में आई बाढ़ से उध्र्व वर्धा प्रकल्प में 47  दलघमी जलसंग्रह बढ़ा है। बारिश नहीं रुकने पर गेट खोलने की जानकारी भी मौसम विभाग ने दी है।  

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