मराठी पाठ्यक्रम में गुजराती भाषा का प्रवेश नहीं चलने देंगे - विधायक भाई जगताप ने दी चेतावनी

मराठी पाठ्यक्रम में गुजराती भाषा का प्रवेश नहीं चलने देंगे - विधायक भाई जगताप ने दी चेतावनी

Anita Peddulwar
Update: 2018-07-13 09:28 GMT
मराठी पाठ्यक्रम में गुजराती भाषा का प्रवेश नहीं चलने देंगे - विधायक भाई जगताप ने दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  भूगोल की किताब में 2 पन्ने गुजराती में लिखे जाने का कांग्रेस विधायक भाई जगताप ने विरोध करते हुए सरकार को चेतावनी दी। कि जब तक सरकार इस मुद्दे पर सदन में स्पष्टीकरण नहीं देती तब तक विधान परिषद की कार्यवाही चलने नहीं दी जाएगी। इस मुद्दे पर हुए हंगामे के चलते विधान परिषद की कार्रवाई दो बार स्थगित करनी पड़ी। विधायक भाई जगताप ने ज्ञान मंडल परिसर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि छठवीं कक्षा की भूगोल की किताब में 2:30 पर गुजराती भाषा में लिखा हुआ है।

भूगोल की किताब पर 2 पन्ने गुजराती में
मराठी पाठ्यपुस्तक में गुजराती भाषा का प्रवेश यह मराठी अस्मिता पर आघात है और महाराष्ट्र के लिए भी ठीक नहीं है। महाराष्ट्र में छठी कक्षा की भूगोल की किताब जब मराठी में है तो उसमें 2 पन्नों पर गुजराती भाषा का प्रयोग क्यों किया गया, इसका खुलासा सरकार को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में गुजराती भाषा का अतिक्रमण सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त महाराष्ट्र के लिए 107 लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी।

शिवसेना की चुप्पी पर जताई हैरानी
107 लोगों के बलिदान को हम नहीं भूले हैं। मराठी पाठ्यक्रम में भूगोल की किताब में गुजराती भाषा का प्रवेश निश्चित ही गंभीर वह निंदनीय है। इसके लिए हमने सदन में विधान परिषद में आवाज उठाई, जिस पर हंगामा होने के बाद जन परिषद की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की गई। पुणे में जब कार्रवाई शुरू होगी तो फिर हम इस मुद्दे को उठाएंगे। जब तक सरकार इस पर स्पष्टीकरण नहीं देती, पूरा खुलासा नहीं करती तब तक हम विधान परिषद की कार्यवाही चलने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर विधान परिषद में जब हंगामा चल रहा था, तब खुद को मराठी अस्मिता का ठेकेदार बताने वाली शिवसेना ने कुछ भी नहीं बोला। उन्होंने शिवसेना की चुप्पी पर हैरानी जताई। 

उन्होंने कहा कि शिवसेना खुद को मराठी मानुष, मराठी भाषा की पार्टी बताती है खुद को वह मराठी का ठेकेदार समझती है पर जब मराठी पर गुजराती भाषा का अतिक्रमण हुआ तो सदन में शिवसेना के एक भी सदस्य ने इस पर आवाज नहीं उठाई। शिवसेना की भूमिका समझ से परे है बहरहाल गुजराती को महाराष्ट्र के पाठ्यक्रम में प्रवेश बिल्कुल नहीं दिया जाएगा और यह जो दो पन्ने भूगोल की किताब में लिखे गए हैं। इसे भी कांग्रेस हरगिज सहन नहीं करेगी। महाराष्ट्र की अस्मिता पर किसी तरह की चोट नहीं पहुंचने देंगे। गुजराती भाषा का प्रवेश महाराष्ट्र मराठी भाषा की अस्मिता पर एक तरह से अतिक्रमण अतिक्रमण को दूर किए बिना चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने शिवसेना पर तंज कसा कि महाराष्ट्र के पाठ्यक्रम में गुजराती भाषा के अतिक्रमण पर सेना एकदम चुपचाप क्यों बैठी है ।

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