विदर्भ में मौसम ने बदली करवट : ऊपरी हवा में चक्रवात का दिखा असर, भीगी फसल-किसानों का भारी नुकसान

विदर्भ में मौसम ने बदली करवट : ऊपरी हवा में चक्रवात का दिखा असर, भीगी फसल-किसानों का भारी नुकसान

Tejinder Singh
Update: 2020-10-07 15:36 GMT
विदर्भ में मौसम ने बदली करवट : ऊपरी हवा में चक्रवात का दिखा असर, भीगी फसल-किसानों का भारी नुकसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बुधवार सुबह से ही बादल छाए हुए थे और मौसम में ठंडक घुली हुई थी। दोपहर में कुछ समय धूप निकली, लेकिन देखते ही देखते बादलों का जमावड़ा लग गया। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम बंगाल में बने कम दबाव के क्षेत्र के कमजोर होने से ऊपरी हवा में चक्रवात बना। इसके ही असर से बारिश हुई। शाम ढलने के साथ बारिश ने अपनी रफ्तार और बढ़ाई और ठंडी हवा बहने लगी। अंडमान निकोबार से निकलकर पश्चिम बंगाल पहुंचा कम दबाव का क्षेत्र उड़ीसा और आंध्रप्रदेश के बाद विदर्भ पहुंचेगा। नागपुर जिले में भी इसका असर अगले 4 दिन तक देखने को मिल सकता है। शाम तक शहर में 17.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

तापमान पर असर

-बुधवार को 0.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने से अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम है। मंगलवार को यह 33.3 डिग्री सेल्सियस था।
-इसी तरह 0.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़त के साथ न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 2.2 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मंगलवार को यह 23.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

अनुमान

8 और 9 अक्टूबर को जिले में हल्की बारिश और 10-11 को कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।

विदर्भ में बारिश से भीगी फसलें, किसानों का भारी नुकसान

विदर्भ के अनेक जिलों में फिर से बारिश ने दस्तक दी है। धान उत्पादक जिलों के रूप में मशहूर गोंदिया, भंडारा और गड़चिरोली जिले में बारिश से धान की कटी फसलों का भारी नुकसान होने की जानकारी मिली है। साथ ही भंडारा जिले के पवनी में गाज गिरने से एक किसान की मृत्यु होने की खबर है। 

भंडारा जिले में बुधवार को दिनभर जोरदार वर्षा का दौर जारी रहा। जिससे खेतों में काटकर सुखाने के लिए रखी गई हल्के दर्जे की धान पूरी तरह से भीग गई। इससे किसानों का भारी नुकसान होने की खबर है। तेज हवाओं के चलते कई स्थानों पर धान की खड़ी फसलें जमीन पर बिछी नजर आयीं। इस बीच जिले की पवनी तहसील अंतर्गत ग्राम सोमनाला सेंद्री में दोपहर के समय गाज गिरने से शिक्षक वामन वैद्य (55, पवनी) की मृत्यु हो गई।

गोंदिया जिले में इन दिनों हल्के दर्जे के धान की कटाई चल रही है। साथ ही भारी धान की बालियों में भी दाने भरने लगे हैं।  ऐेसे में गत दो-तीन दिनों से थम-थमकर हो रही बारिश से फसलें खराब होने की कगार पर हैं। बुधवार शाम हुई जोरदार वर्षा से किसान और अधिक चिंता से घिर गए हैं। 

गड़चिरोली जिले के ग्रामीण अंचल में गत दो दिन से कहीं-कहीं वर्षा का दौर जारी है। इस बीच बुधवार दोपहर चामोर्शी और आरमोरी तहसील में जोरदार वर्षा के कारण धान की फसलों का भारी नुकसान होने की जानकारी मिली है। मौसम में आए बदलाव से वैसे ही फसलों पर विभिन्न बीमारियों का आक्रमण हो रहा है जिससे निपटने में किसानों के पसीने छूट रहे हैं। ऐसे में बारिश ने किसानों को और अधिक मुश्किल में डाल दिया है।

दूसरी ओर गर्मी से बेहाल चंद्रपुर वासियों को बारिश के कारण तापमान में कुछ गिरावट आने से काफी राहत मिली है। वर्धा जिले में भी सुबह के समय जोरदार वर्षा आने के बाद दिनभर आसमान में मेघों ने डेरा डाले रखा। 

यवतमाल जिले में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं जोरदार वर्षा होने की जानकारी मिली है। थम-थमकर हो रही वर्षा से सोयाबीन का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है।

अमरावती जिले में भी बुधवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। देर शाम तक यहां बारिश नहीं हुई थी।  

 

 


 

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