जब बस के सामने आया टाइगर, यात्रियों ने लिया सफारी का आनंद

जब बस के सामने आया टाइगर, यात्रियों ने लिया सफारी का आनंद

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-04 16:22 GMT
जब बस के सामने आया टाइगर, यात्रियों ने लिया सफारी का आनंद


डिजिटल डेस्क सिवनी।  उगली क्षेत्र में रविवार शाम को एक बस में सफर कर रहे मुसाफिर रविवार की रात का अपना सफर कभी भूल नहीं पाएंगे। मुसाफिरों को इस सफर में टाइगर सफारी का आनंद मिला जब वे एक बस में सवार होकर उगली की ओर जा रहे थे। तभी रास्ते में बस के सामने एक टाइगर आ गया। यह टाइगर पिछले एक महीने से क्षेत्र में घूम रहा है और एक महिला और एक किशोर को अपना शिकार बना चुका है। टाइगर के इतनी आसानी से नजर आने के बावजूद इस मामले में विभाग की लापरवाही सामने आ रही है। विभाग को न तो टाइगर की ही फिक्र है न ही इंसानों की।

कभी नहीं भूल सकेगा यह सफर
जबलपुर से उगली जा रहे मुसाफि र रविवार की शाम तकरीबन साढ़े सात बजे जब बस केवलारी से कुछ ही आगे बढ़ी थी कि झोला कुम्हड़ा गांव के पास बस चालक को झाडिय़ों से आगे कुछ नजर आया। जिसे देखकर वाहन चालक ने बस रोक दी। जैसे ही बस रोकी गई उसकी लाइट के आगे टाइगर नजर आ रहा था। इस बीच घबराए वाहन चालक ने हार्न बजाना शुरु कर दिया जिसे सुन टाइगर वापस जंगल में चला गया। मुसाफिरों ने इस दौरान टाइगर को अपने मोबाइल कैमरों में शूट कर लिया। हाल में ही 18 दिसंबर को जिले के खैरी ढुटेरा के पास तीन लोगों को बाघ और पेंगुलिन स्केल के साथ तस्करी करते विभाग की टीम ने पकड़ा था। इसके साथ ही वन विकास निगम बरघाट प्रोजेक्ट के खैरी जंगल में दस दिन पहले बाघ के शिकार की बात सामने आई थी। दिसंबर में ही बाघ के दो शव और एक तेदुंआ का शव मिला था।  इसी समय दो बाघों के शव मिले थे। विभाग के द्वारा समय पर कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण एक हाथी की मौत जबलपुर क्षेत्र में हो गई थी जबकि ये हाथी जिले में लगभग एक साल तक घूमते रहे।
दो जानें ले चुका है टाइगर
पिछले माह की 18 तारीख को आदमखोर बाघ ने जंगल में लकड़ी लेने गई एक महिला सोनवती पति मंगलसिंह (40) निवासी कोपीझोला को अपना शिकार बना लिया था। इसके बाद 29 दिसंबर को भी इसी बाघ ने 12 साल के बच्चे को खैरी गांव में अपना शिकार बनाया था। इस बीच जिले में बाघ के शिकार के तीन मामले भी दिसंबर में सामने आए थे। लगातार हो रहे इन हादसों के बावजूद प्रशासन सक्रिय नजर नहीं आ रहा है। पिछले दिनों लोगों के आक्रोश के बाद विभाग ने खैरी में एक पिंजरा रखा दिया था। अब अधिकारियों का कहना है कि बाघ अपना मूवमेंट लगातार बदल रहा है जिसके कारण उसे पकड़ा नहीं जा सका है।

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