नर्मदा को मंदाकिनी से मिलाने प्रोजेक्ट पर चल रहा काम, सरप्लस पानी से होगी सदानीर 

नर्मदा को मंदाकिनी से मिलाने प्रोजेक्ट पर चल रहा काम, सरप्लस पानी से होगी सदानीर 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-26 08:15 GMT
नर्मदा को मंदाकिनी से मिलाने प्रोजेक्ट पर चल रहा काम, सरप्लस पानी से होगी सदानीर 

डिजिटल डेस्क, सतना। चित्रकूट से प्रवाहित पुण्य सलिला मंदाकिनी को नर्मदा के जल से सदानीर बनाने के लिए लंबे अर्से से चली आ रही मांग अब पूरी होती नजर आ रही है। बरगी बांध प्रोजेक्ट के जरिए सतना आ रहे नर्मदा के पानी को मंदाकिनी में प्रवाहित किए जाने का जल संसाधन विभाग डीपीआर तैयार करा रहा है। इतना ही नहीं इस परियोजना के पूर्ण होने पर इसका लाभ बरौधा सर्किल के 38 गांवों को मिलेगा जहां की करीब साढ़े 8 हजार हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। प्राथमिक तौर पर बरगी दायींतट से सतना पहुंचने वाला नर्मदा के पानी का एक हिस्सा 9 क्यूसीएल पानी दउरी सागर बांध के लिए आवंटित किया गया है। इस पानी को बांध तक लिफ्ट के जरिए पहुंचाया जाएगा फिर यहीं से पैयस्वनी नदी से मंदाकिनी में पानी जाएगा। 

कंसलटेंसी फर्म दो माह से कर रही सर्वे 
नर्मदा के पानी को मंदाकिनी तक पहुंचने के लिए जल संसाधन विभाग के द्वारा सर्वे किया जा रहा है। सर्वे का काम रीवा की कंसलटेंसी एजेंसी कृष्णा कंस्ट्रक्शन को मिला है। यह फर्म फरवरी से क्षेत्र में सर्किय है। डीपीआर तैयार किया जा रहा जिसे जल संसाधन मुख्यालय भेजा जाएगा जहां पर अंतिम मोहर लगेगी। 

संघर्ष समिति का प्रयास रंग लाया  
बरगी दायीं तट से नर्मदा के पानी को दाउरी सागर बांध के जरिए मंदाकिनी में मिलने के लिए संघर्ष समिति बहुउद्देश्यी सिंचाई परियोजना लंबे अर्से से संघर्ष कर रही थी। दउरी सागर बांध के संयोजक प्रेम बहादुर श्रीवास्तव के मुताबिक नर्मदा का पानी मंदाकिनी में लाने की कार्य योजना समेत कई मांग पत्र सरकार के पास भेजा गया था। इस पर अब अमल शुरू हुआ है। उन्होंने बताया कि बरगी दायीं तट से 9 क्यूसीएल पानी मिलेगा। इसके लिए रैगांव क्षेत्र के ग्राम खडूरा एवं खड़ूरी के पास लिफ्ट कराया जाएगा। यह पानी लालपुर होते हुए ग्राम केल्हौरा के वरम कुंड में जहां पर पैयस्वनी में बन रहे दउरी सागर बांध में भंडारित होगा। इस बांध की 56 क्यूसीएल पानी भंडारण की क्षमता है। 

दउरी सागर बांध में जाऐगा सर प्लस पानी
बरगी दायीं तट से सतना आने वाला नर्मदा का पानी दउरी सागर बांध में स्टोरेज किया जाएगा। दरअसल बाणसागर बांध से मझगवां कैनाल प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इस प्रोजेक्ट में जैतवारा और बिरसिंहपुर तहसील का हिस्सा कवर हो रहा है। जिस वजह से बरगी दायीं तट के प्रोजेक्ट में पहले से शामिल इस क्षेत्र के हिस्से का पानी अब मझवगां क्षेत्र में भेजा जाएगा। इससे जहां बरौधा सर्किल के 38 गांव की साढ़े आठ हजार हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। वहीं पिंड्रा के पास बंद पड़ी चौराहा पेयजल योजना भी फिर से शुरू हो जाएगी। 

इनका कहना है
मझगवां कैनाल प्रोजेक्ट के शुरू होने से बरगी प्रोजेक्ट का जो पानी सर प्लास हो रहा है। उसे दउरी सागर बांध में स्टोरेज किए जाने का सर्वे किया जा रहा है। यह काम कई माह से चल रहा है। 
डीपी बागरी, प्रभारी कार्यपालन यंत्री, एनवीडीए सतना
 

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