सतना: युवक की हत्या का खुलासा, मां और बेटा गिरफ्तार, एक फरार

  • युवक की हत्या का खुलासा, मां और बेटा गिरफ्तार, एक फरार
  • गांजा बिक्री के पैसे नहीं देने पर 2 दोस्तों ने उतारा था मौत के घाट
  • महिला ने छिपाए थे खून से सने कपड़े

Sanjana Namdev
Update: 2024-03-20 05:01 GMT

डिजिटल डेस्क, सतना। रामपुर बाघेलान पुलिस ने ऐरा निवासी नीलेश उर्फ शुभम पुत्र रामाधीन केवट 20 वर्ष, की हत्या का खुलासा कर मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी फरार चल रहा है। यह घटना गांजा की बिक्री से मिले पैसों के बंटवारे को लेकर की गई थी। टीआई उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि 13 मार्च को घर से निकले नीलेश की लाश अगले दिन भमरहा नाला में पड़ी मिली थी, उसके चेहरे को पत्थर से कुचलने के साथ डंडे से पिटाई के निशान शरीर पर पाए गए थे, जिस पर धारा 302 और 201 का अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की गई।

ऐसे आरोपियों तक पहुंची टीम ---

अंधी हत्या की जांच-पड़ताल में जुटी पुलिस ने जब मुखबिरों को दौड़ाया तो ज्ञात हुआ कि नीलेश को आखिरी बार 13 मार्च की रात को लगभग 9 बजे गांव में ही अजय कुशवाहा की किराना दुकान के पास गोविंद उर्फ गोविंदा पुत्र मुन्ना बंसल 22 वर्ष, निवासी ऐरा के साथ देखा गया था जो कि घटना दिनांक से ही गायब है, लिहाजा सरगर्मी से उसकी खोजबीन प्रारंभ की गई तो उसके पुणे में छिपे होने की बात सामने आई, लिहाजा एक टीम को भेजकर हिंजवड़ी इलाके से युवक को गिरफ्तार करते हुए रामपुर लाया गया, जहां पूछताछ में आरोपी ने दोस्त शैलेन्द्र पुत्र स्वर्गीय राकेश गोंड़ के साथ मिलकर हत्या करना और मां कुसुमा बंसल 55 वर्ष, की मदद से रक्तरंजित कपड़े छिपाने का जुर्म स्वीकार कर लिया। तब ऐरा गांव से उसकी मां को भी गिरफ्तार किया गया, मगर आरोपी शैलेन्द्र पकड़ में नहीं आया।

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मृतक नहीं दे रहा था पैसे ---

आरोपी गोविंदा ने पुलिस को बताया कि लगभग दो महीने वह पुणे से 4 किलो गांजा लेकर आया और नीलेश को इस शर्त के साथ बेचने के लिए दिया कि बिक्री से प्राप्त पैसों का आपस में बंटवारा होगा, लेकिन माल खपा देने के बाद भी नीलेश ने पैसे नहीं दिए, जबकि शादी के लिए उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। इस बीच 10 मार्च को उसकी शादी उचेहरा निवासी चांद बंसल से हो गई, जिसमें जमा पूंजी खर्च हो जाने से धर्म संकट बढ़ गया। तब आरोपी ने शैलेन्द्र गोंड़ के साथ मिलकर नीलेश को सबक सिखाने का प्लान बनाया और 13 मार्च की रात को शराब पिलाने के लिए गांव से बाहर ले गया, जहां दोनों लोगों ने मृतक को ज्यादा नशा करा दिया और फिर गांजा पीने का प्रस्ताव देकर भमरहा श्मशान पर ले गए। रात के अंधेरे में आरोपी शैलेन्द्र ने युवक के पैर पकड़ लिए तो गोविंद ने भारी-भरकम पत्थर उसके सिर पर कई बार पटका, जिससे मौके पर मौत हो गई।

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छिपाए खून से सने कपड़े, भागा पुणे ---

इसके बाद दोनों लोगों ने लाश को ले जाकर नाले में फेंक दिया। उसके जीवित होने की आशंका पर आम की लकड़ी से चेहरे और शरीर पर जमकर पिटाई की। घटना को अंजाम देकर दोनों आरोपी बगीचे के रास्ते घर पहुंचे, जहां कपड़ों पर खून लगा देखकर गोविंद की पत्नी रोने लगी, तो वहीं उसकी मां कुसुमा ने कपड़े उतरवाकर छिपा दिए, जबकि शैलेन्द्र अपने घर चला गया। अगले दिन आरोपी गोविंद बंसल अपनी पत्नी चांद को लेकर पुणे के लिए निकल पड़ा, मगर कटनी पहुंचने पर नवविवाहिता ने साथ जाने से मना कर दिया, तो उसे दूसरी ट्रेन में बैठाकर उचेहरा भेज दिया और खुद पुणे चला गया।

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इनकी रही अहम भूमिका ---

इस कार्रवाई में टीआई उमेश प्रताप सिंह, एसआई एलपी वर्मा, एएसआई नरेन्द्र सिंह गहरवार, आरक्षक अनूप मिश्रा, प्रवीण तिवारी, नीलेश यादव, विक्रम दीक्षित, अमित दुबे, साइबर सेल के इंस्पेक्टर विजय सिंह, एसआई अजीत सिंह, एएसआई दीपेश पटेल और हिंजवड़ी-पुणे के इंस्पेक्टर कन्हैया थोराट, प्रधान आरक्षक तान्हा जी टकले, सचिन सानप और आरक्षक अमूल बुराटे ने अहम भूमिका निभाई।

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