23 साल बाद रणजी के फाइनल में पहुंचा मध्यप्रदेश , सेमीफाइनल में पश्चिम बंगाल को शिकस्त देकर फाइनल में बनाई जगह, इस धाकड़ टीम से होगी खिताबी जंग

दो दशक का इंतजार खत्म 23 साल बाद रणजी के फाइनल में पहुंचा मध्यप्रदेश , सेमीफाइनल में पश्चिम बंगाल को शिकस्त देकर फाइनल में बनाई जगह, इस धाकड़ टीम से होगी खिताबी जंग

Anchal Shridhar
Update: 2022-06-18 10:14 GMT
23 साल बाद रणजी के फाइनल में पहुंचा मध्यप्रदेश , सेमीफाइनल में पश्चिम बंगाल को शिकस्त देकर फाइनल में बनाई जगह, इस धाकड़ टीम से होगी खिताबी जंग
हाईलाइट
  • रणजी ट्रॉफी के 88 साल के इतिहास में ये दूसरी है जब मध्यप्रदेश की टीम फाइनल में पहुंची है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश की क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पं. बंगाल को 174 रनों से हराकर फाइनल में जगह बना ली है। रणजी ट्रॉफी के 88 साल के इतिहास में ये दूसरी है जब मध्यप्रदेश की टीम फाइनल में पहुंची है। इससे पहले 1999 में टीम ने कर्नाटक के खिलाफ फाइनल खेला था। इस मैच में कर्नाटक विजेता रहा था और मध्यप्रदेश खिताब जीतने से चूक गया था। अब 23 साल बाद यह मौका फिर से टीम के पास आया है, जिसे वह गंवाना नहीं चाहेगी। फाइनल में मध्यप्रदेश का मुकाबला 41 बार की चैंपियन मुंबई से होगा। 

मुख्यमंत्री शिवराज ने दी बधाई 

मध्यप्रदेश के फाइनल पहुंचने पर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने टीम को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, मध्यप्रदेश की टीम को रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पश्चिम बंगाल पर 174 रनों की शानदार जीत के लिए हार्दिक बधाई। शानदार खेल और जीत का यह क्रम बना रहे, फाइनल में भी आप अपने उत्कृष्ट खेल से सबका दिल जीतें, यही शुभकामनाएं।

ऐसा रहा सेमीफाइनल का हाल

सेमीफाइनल मैच में मध्यप्रदेश ने पहले बैटिंग करते हुए 341 रन बनाए। टीम की तरफ से 165 रनों की शानदार पारी खेली। जवाबी बल्लेबाजी करने उतरी बंगाल की टीम मनोज तिवारी और शहजाद अहमद के शतकों की बाद भी 273 रन पर ऑलआउट हो गई। पहली पारी के आधार पर मध्यप्रदेश को 68 रनों की बढ़त मिली। दूसरी पारी में मध्यप्रदेश ने 281 रन बनाए। ऐसे में बंगाल को जीत के लिए 350 रनों का लक्ष्य मिला। लेकिन लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगाल टीम मात्र 175 रन पर ऑल आउट हो गई। 
 

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