सुबह 3.30 बजे पहुंचते हैं भक्त, बप्पा के मंदिर की अलग है मान्यता

सुबह 3.30 बजे पहुंचते हैं भक्त, बप्पा के मंदिर की अलग है मान्यता

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-23 02:24 GMT
सुबह 3.30 बजे पहुंचते हैं भक्त, बप्पा के मंदिर की अलग है मान्यता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई के प्रभादेवी में गणपति बप्पा का बेहद अद्भुत मंदिर स्थित है, इसे भी सिद्धि विनायक के नाम से जाना जाता है। इसका निर्माण साल 1801 में कराया गया था। ये मुंबई के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में एक छोटा सा मंडप है जिसमे श्री सिद्धि विनायक (इच्छा पूर्ति करने वाले गणेश जी) की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर की छत, परत सब सोने की है। सुबह-शाम आरती का दृश्य अति मोहक होता है। 

मंदिर की रचना भी अद्भुत

इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां मांगने पर कोई भी कभी खाली हाथ नहीं जाता। बाॅलीवुड सितारे भी यहां अक्सर ही देखने मिल जाते हैं। मंदिर की रचना बेहद अद्भुत ढंग से की गई है। हर रोज यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। गणेश उत्सव के दौरान मंदिर का माहौल हर रोज ही समारोह की तरह ही होता है। 

अलग है मान्यता

वैसे तो बप्पा का दिन बुधवार बताया गया है और शास्त्रों के अनुसार बुधवार को गणेश पूजन अतिशुभकारी होता है। ये बुद्धि और सिद्धि दोनों का ही प्रदाता दिन माना गया है, लेकिन इस मंदिर में सोमवार को बप्पा के विशेष पूजन का आयोजन किया जाता है। इस दिन यहां भारी भीड़ जमा होती है। 

मीलों दूर से पैदल आते हैं भक्त

बताया जाता है कि भक्त यहां पहुंचने के लिए सुबह 3.30 बजे से ही एकत्रित होने लगते हैं। बड़े-बड़े उद्योगपति व कलाकार अपनी मन्नत लेकर कई किलोमीटर दूर तक का सफर कर यहां पहुंचते हैं। यहां प्रथम आरती दर्शन का भी अति महत्व बताया गया है। 

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