शंगचूल महादेव मंदिर, यहां मिलती है प्रेमी जोड़ों को शरण

शंगचूल महादेव मंदिर, यहां मिलती है प्रेमी जोड़ों को शरण

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-25 04:56 GMT
शंगचूल महादेव मंदिर, यहां मिलती है प्रेमी जोड़ों को शरण

डिजिटल डेस्क, कुल्लू।  दुनियाभर में जगह अपनी लाजवाब खूबसूरती और प्रकृति के ऐसे सौंदर्य के लिए फेमस है जो शायद ही कहीं और हो। यहां जितनी प्राकृतिक सुंदरता देखने मिलती है उतने ही अलग है यहां के धार्मिक स्थल। आज आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताया जा रहा है जहां प्रेमी जोड़ों को शरण दी जाती है। 

 

महादेव की अद्भुत प्रतिमा

हिमाचल प्रदेश, कुल्लू के शांघड़ गांव में ये मंदिर स्थित है। यहां शंगचूल महादेव ही एक भव्य और अद्भुत प्रतिमा देखने मिलती है। यहीं पर भगवान के सम्मुख प्रेमी जोड़ों को शरण मिलती है। मुख्यतः ये मंदिर सेंज वैली में पड़ता है। यहां पहुंचने तक के मार्ग में आप अनेक खूबसूरत नजारे रास्ते में देख लेते हैं। 

 

पांडव कालीन गांव

शांघड़ गांव भी पांडव कालीन बताया जाता है। कहा जाता है अज्ञातवास के दौरान पांडव यहां आए थे तब कौरव भी उनका पीछा करते हुए यहां पहुंचे तब शंगचूल महादेव ने उन्हें रोका और पांडवों की रक्षा की। तब से यहां समाज से ठुकराया हुआ या प्रेमी जोड़ा चाहे वह किसी भी जाति धर्म का क्यों ना हो उसकी रक्षा की जाती है। 

 

लड़ाई-झगड़े के लिए नही है कोई जगह

यह गांव अपनी पुरातन परंपराओं के लिए जाना जाता है। यहां आज भी देवता का आदेश सर्वमान्य होता है। उन्हीं का आदेश यहां माना जाता है। जिसकी वजह से यहां सिगरेट, मांस, हथियार ले जाना प्रतिबंधित है। पुलिस भी यहां प्रवेश नही कर सकती। कोई तेज आवाज में बात नही कर सकता। किसी भी तरह के लड़ाई झगड़े के लिए यहां कोई स्थान नही है। यह स्थान सबसे अलग माना जाता है। 

 

देवता की शरण में आया समझो
शंगचुल महादेव मंदिर का सीमा क्षेत्र करीब 100 बीघा का मैदान से माना जाता है। जैसे ही कोई भी प्रेमी युगह यहां प्रवेश करता है उसे महादेव की शरण में माना जाता है। मंदिर पहुंचने से पहले ही वे पूरी तरह सुरक्षित हो जाते हैं। फिर उनके परिजन हों या कोई और कोई भी उनका कुछ नही बिगाड़ सकता। जब तक इनका मामला निपट नही जाता ये मंदिर के पंडित की ही देखरेख में रहते हैं। 

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