दिवाली पर देवी लक्ष्मी को ये करें अर्पित, इसकी सुगंध के साथ ही बढ़ता है धन

दिवाली पर देवी लक्ष्मी को ये करें अर्पित, इसकी सुगंध के साथ ही बढ़ता है धन

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-17 05:41 GMT
दिवाली पर देवी लक्ष्मी को ये करें अर्पित, इसकी सुगंध के साथ ही बढ़ता है धन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पारिजात का वृक्ष जिसे हर सिंगार भी कहा जाता है। माता लक्ष्मी को अत्यधिक प्रिय है। मान्यता है कि दिवाली के दिन यदि माता लक्ष्मी को इसके फूल चढ़ाएं जाएं तो वे अति प्रसन्न होती हैं और पूरे जीवनकाल में उसके घर इस फूल की सुगंध की ही भांति धन व समृद्धि फैलने का वरदान देती हैं। 

 

समुद्र मंथन से निकला था ये फूल 

पुराणों में ऐसा उल्लेख मिलता है कि ये पुष्प समुद्र मंथन से निकला था। ये सिर्फ रात को खिलता है और दिन में मुरझा जाता है। इसकी खास बात ये है कि ये माता लक्ष्मी को प्रिय तो हैं और इनका प्रयोग भी पूजन में किया जाता है, लेकिन तब जब ये अपने आप पेड़ से टूटकर गिर जाते हैं। वृक्ष से कभी भी ये नहीं तोड़े जाते। जिनके भी घर में ये होते हैं वहां कभी दरिद्रता नहीं होती। 

 

छाल का उपयोग, फूलों के रस का सेवन

इसके फूलों के साथ ही पत्ते और छाल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। इसके फूल हृदय के लिए उत्तम औषधि माने जाते हैं। इसके पत्तों का सबसे अच्छा उपयोग सायटिका  रोग को दूर करने में किया जाता है। वर्ष में एक माह पारिजात पर फूल आने पर यदि इन फूलों का या फिर फूलों के रस का सेवन किया जाए तो हृदय रोग से बचा जा सकता है। हदय राेग के लिए ये बहुत ही उपयाेगी बताया गया है।

 

त्वचा रोग के लिए 

पारिजात की पत्तियों से बने हर्बल तेल का भी त्वचा रोगों में भरपूर इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं पारिजात की पत्तियों को पीस कर शहद में मिलाकर सेवन करने से सूखी खांसी ठीक हो जाती है। इसी तरह पारिजात की पत्तियों को पीसकर त्वचा पर लगाने से त्वचा संबंधि रोग ठीक हो जाते हैं। इसे छूने मात्र से शरीर में ऊर्जा का संचार हाेने लगता है अाैर थकान मिट जाती है।

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