Bhaskar Hindi
Update: 2017-05-28 06:32 GMT
टीम डिजिटल.  शनिवार 27 मई को फलक पर मुबारक चांद नजर आते ही माह-ए-रमजान की शुरूआत हो गई है। इसी के साथ मस्जिदों में तराबीह की नमाज शुरू हो चुकी है। चांद का दीदार होते ही मुस्लिम धर्म में एक महीना तक चलने वाला माहे रमजान शुरू हो गया। रहमतों और बरकातें का महीना रमजान मुबारक माह का पहला रोजा रविवार से शुरू होगा।

 

इस्लाम धर्म में रमजान सबसे पवित्र महीना माना जाता है, इसलिए दुनियाभर के मुस्लिम भाईयों को हर साल रमजान मुबारक का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस माहे रमजान माह को लेकर जिले के विभिन्न मुस्लिम धर्म के इलाकों में काफी उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। लगभग 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में दिनभर करीब 15 घंटे बगैर कुछ खाये-पिये रहना कठोर तप करने जैसा है। इस्लाम धर्म में रोजा रखना अनिवार्य माना जाता है। कुछ परेशानी के चलते चंद लोगों के रोजे छूट जाते हैं।

 

मुबारक चांद को देखने के लिए सूर्योदय के बाद से ही लोग घर की छत पर चढ़कर आसमान को निहारते हैं। जैसे ही चांद नजर आया सभी ने एक-दूसरे को रमजान की मुबारकबाद दी। इस बार रोजे की शुरूआत बहुत अधिक गर्मी में हो रही है।

 

सभी मस्जिदों के अलावा अन्य स्थानों पर भी तरावीह की नमाज हो रही है। इनमें से कुछ स्थानों पर सात दिनों में, तो कुछ स्थानों पर 27 दिनों में तरावीह पढ़ी जाएगी। रमजान के महीना में अल्ला ताआला रहमतों और बरकतों की बरसात करता हैं।

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