वीजा वाले 'बालाजी', 11 परिक्रमा के बाद यहां मांगी जाती है ये मन्नत

वीजा वाले 'बालाजी', 11 परिक्रमा के बाद यहां मांगी जाती है ये मन्नत

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-28 03:46 GMT
वीजा वाले 'बालाजी', 11 परिक्रमा के बाद यहां मांगी जाती है ये मन्नत

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। मन्नतों के लिए मशहूर मंदिरों की हमारे देश में कमी नहीं, लेकिन क्या कभी आपने वीजा वाले भगवान का नाम सुना है। आज हम आपको इसी मंदिर की ओर लेकर जा रहे हैं। लोग इसे वीजा वाले बालाजी मं‌दिर के नाम से जानते हैं। यहां लोग वीजा के लिए मन्नत मांगने आते हैं। जब उनकी मुराद पूरी हो जाती है तो बालाजी के चरणों में वीजा अर्पित कर देते हैं। यह स्थान हैदराबाद से करीब 40 किलोमीटर दूर ओसमान सागर लेक के तट पर स्थित जिसे चिल्कुर बालाजी मंदिर भी कहा जाता है। यह करीब 5 सौ साल पुराना बताया जाता है...

भक्त को दिए दर्शन 

बताया जाता है कि यहां भगवान बालाजी का एक भक्त रहता था। जो हर रोज मीलों दूर पैदल यात्रा करके दर्शनों के लिए जाता था। एक बार वह बीमार पड़ गया और दर्शनों के लिए नहीं जा सका। तभी भगवान ने उसे दर्शन दिए और अपने जंगल में होने की बात बताई। भगवान के बताए गए स्थान पर खुदाई शुरू हुई। इसी दौरान कुदाल बालाजी की मूर्ति पर लग गई और रक्त बहने लगा। 

बहने लगा भगवान का रक्त 

रक्त बहते देख भक्त चिंतित हो गया। उसी वक्त आकाशवाणी हुई और कहा गया कि दूध से नहलाकर उसी जगह पर मूर्ति स्‍थापित करो। जब भक्त ने दुग्‍धा‌‌भिषेक किया तो उसी समय वहां पर श्रीदेवी और भूदेवी की प्रतिमा भी अवतरित हो गईं। तभी से यहां पर तीनों की पूजा की जा रही है।

मन्नत पूरी होने पर 108 परिक्रमा 

यहां लोग वीजा, नौकरी सहित तरह-तरह की मन्नतें लेकर आते हैं। बालाजी की 11 परिक्रमा करके अपनी इच्छा जाहिर करते हैं। भक्त की जब इच्छा पूरी हो जाती है तो यहां आकर 108 बार परिक्रमा करता है। यहां हर साल लाखों की संख्या में भक्त बालाजी के दर्शनों के लिए आते हैं। 
 

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