दिवाली के दिन ऐसे करे मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, देवी सरस्वती पूजन घर में होगी धन में वृद्धि

धर्म दिवाली के दिन ऐसे करे मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, देवी सरस्वती पूजन घर में होगी धन में वृद्धि

Ankita Rai
Update: 2022-08-12 06:40 GMT
दिवाली के दिन ऐसे करे मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, देवी सरस्वती पूजन घर में होगी धन में वृद्धि

डिजिटल डेस्क, भोपाल। रोशनी का त्योहार कही जाने वाला दिवाली इस साल 24 अक्टूबर को मनाई जाएग। दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष के अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के आगमन के लिए विशेष पूजा की जाती हैं। इसी के साथ घर में विशेष सजावट भी की जाती हैं। दीवाली के दिन शाम को मां लक्ष्मी के भगवान गणेश, देवी सरस्वती, महाकाली और कुबेद देवता की पूजा का विधान है। दिवाली अंधकार पर प्रकाश की जीत का त्योहार होता है। इस दिन घर को दीपों से सजाकर मां लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा की जाती है। इस दिन शुभ मुहूर्त और सही विधि से मां लक्ष्मी की पूजा की जाए तो लक्ष्मी जी का घर में सदैव वास होता है। लोगों का मानना है, कि दिवाली की रात देवी लक्ष्मी सबसे ज्यादा कृपा बरसाती है। इसलिए आज हम आप को मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दिपावली पर किस विधि से पूजन करना चाहिए इस के बारे में बताने जा रहे हैं। 

दिवाली 2022 मां लक्ष्मी की पूजन विधि: 

मां लक्ष्मी का वहीं वास होता है,जहां सफा- सफाई होती है। ऐसे में सूर्योदय से पहले स्नान कर पूरे घर और पूजा स्थान को अच्छी तरह से साफ कर लें। 

घर की फूलों से सजावट करें, मुख्य द्वार पर शुभ-लाभ, स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। शाम के वक्त मां के आगमन के लिए रंगोली जरूर बनाएं। 

शुभ मुहूर्त में पूजा की चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं और भगवान गणेश, देवी लक्ष्मी और मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें। 

भगवान की मूर्तियां इस प्रकार रखें कि उनका मुख पूर्व या पश्चिम में रहे। 

कुबेर देवता की पूजा करने के लिए मां लक्ष्मी की मूर्ति के सामने थाल पर रोली से स्वास्तिक बनाकर अक्षत डालें और इसमें चांदी के सिक्के रख दें। 

घी का दीपक जला कर सभी देवी-देवताओं का आह्वान करें। फिर सबसे पहले भगवान गणेश को चंदन का तिलक लगाकर, जनेऊ, अक्षत, फूल, दूर्वा अर्पित करें। 

मां सरस्वती , देवी लक्ष्मी की षोडशोपचार पूजन करें। रोली, हल्दी, मौली, सिंदूर, मेहंदी, अक्षत, सुपारी, पान, कमल का फूल, कलावा, पंचामृत, फल, मिठाई, खील बताशे, इत्र, पंचरत्न, कौड़ी नारियल अर्पित करें। 

दिवाली के दिन मां काली की पूजा भी जरुर करनी चाहिए। देवी काली की पूजा दो प्रकार से होती है। देवी काली की पूजा से विशेष लाभ मिलता है। 

देवी लक्ष्मी को भोग में खीर और गणेश जी को लड्‌डू का भोग लगाएं। इस के साथ  मां लक्ष्मी की परिवार सहित आरती करें। प्रसाद बांटे और जरूरतमंदो को दान दें। 

घर में धन में वृद्धि के लिए तिजोरी या जहां भी आप पैसे रखते हों उस स्थान की पूजा जरुर करें। 

अब भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के मंत्र ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम: का जाप करें। मां लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए ‘श्री सूक्त’ पाठ करना उत्तम माना गया है।

दिवाली की रात घर में 11, 21 तेल के दीपल जलाएं। 

डिसक्लेमरः ये जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर बताई गई है। भास्कर हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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