यह गाना बना मौत का कारण, 63 साल तक रहा बैन

यह गाना बना मौत का कारण, 63 साल तक रहा बैन

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-08 07:04 GMT
यह गाना बना मौत का कारण, 63 साल तक रहा बैन

टीम डिजिटल,हंगरी क्या आपने कभी सुना है, कि कोई गाना किसी की मौत का कारण बन सकता है. जी हां हम आपको ऐसे गाने के बारे में बताने जा रहे है, जो से सालों पहले लोगों की मौत का कारण बन गया था. ग्लूमी संडे नाम का गाना हंगरी के रेज़सो सेरेस नाम के गीतकार ने सन 1933 में लिखा था. इस गाने को सुनने के बाद लगभग सौ लोगों ने सुसाइड कर लिया था, जिसके बाद में इसका नाम बदल कर हंगरी सुसाइड सॉंग रख दिया गया था.1941 में बीबीसी सहित कई देशों ने इस गाने पर प्रतिबंध लगा दिया और 63 वर्षों बाद 2003 में इससे बैन हटाया गया. 

दरअसल, सेरेस एक लड़की से बहुत प्यार करते थे, लेकिन लड़की को सेरेस का संगीतकार होना पसंद नहीं था, जिसकी वजह से उन दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था. औऱ एक दिन वह लड़की सेरेस को छोड़ कर चली गयी और आत्महत्या कर ली. सेरेस को अपनी गर्लफ़्रेन्ड की डेड बॉडी के पास एक नोट मिला था, जिस पर दो ही शब्द लिखे हुए थे ग्लूमी संडे।

रेज़सो सेरेस भी यह दर्द सह नहीं सके और प्रेमिका की जुदाई में उन्होंने यह गाना लिखकर यूँ ही अपनी दर्द भरी आवाज़ में गा दिया। जिसके बाद यह गाना हर एक की जुबान पर सिर चढ़ के बोलने लगा. ब्रिटेन और हंगरी में इस गाने को सुनकर आए दिन आत्महत्या होने जिसके बाद सरकार को इसे बैन करना पड़ा। साल 1968 में रेज़सो सेरेस ने एक बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।

 

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