भाभीजी घर पर हैं: राइटर को बिल्कुल भी नहीं था अंदाजा, कहा- सब​कुछ था सीमा के अंदर

भाभीजी घर पर हैं: राइटर को बिल्कुल भी नहीं था अंदाजा, कहा- सब​कुछ था सीमा के अंदर

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-18 04:07 GMT
भाभीजी घर पर हैं: राइटर को बिल्कुल भी नहीं था अंदाजा, कहा- सब​कुछ था सीमा के अंदर

डिजिटल डेस्क, मुम्बई। छोटे पर्दे का फेमस शो "भाभीजी घर पर हैं" पर राजनैतिक पार्टियों के प्रदर्शन का आरोप है, जिसके चलते चुनाव आयोग ने शो को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। हालाकि शो के निर्माताओं की तरफ से अभी तक नोटिस जारी नहीं किया गया है। हालही में शो के स्क्रीनराटर मुम्बई के एक इवेंट में शामिल हुए थे। इस दौरान उनसे इस बारे में बात की गई।

रघुवीर शेखावत बताया कि "चुनाव आयोग से शो को नोटिस मिला है। शो के प्रोड्यूसर इस पर जल्द ही जवाब देंगे। हमनें किसी भी विपक्षी पार्टी का नाम मेंशन नहीं किया। ना ही किसी पार्टी को टारगेट ही किया। सब कुछ एक सीमा के अंदर किया गया। हमने केवल स्वच्छ भारत अभियान को प्रमोट किया और इसके पीछे जो इंसान हैं उन्हें प्रमोट किया।" उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था। 

बता दें सिर्फ इस शो को ही नहीं और भी कई शो को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया था। इसमें जीटीवी के शो तुझसे है राब्ता भी शामिल है। इस शो में उज्ज्वला योजना और स्वच्छ भारत अभियान जैसी स्कीम्स को प्रमोट करने का आरोप था। इस तरह की चीजों से आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन होता है। 

कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया कि "इन धारावाहिकों में मोदी और उनकी सरकार की स्कीम्स की तारीफ की गई थी। ये बिल्कुल किसी पेड न्यूज की तरह है।" "धारावाहिकों को देखते वक्त वोटर्स को इस बात का अंदाजा तक नहीं होता कि यह एक तरह से भाजपा का कैंपेन है। ये बहुत चौंकाने वाली और गुस्सा दिलाने वाली बात है। बीजेपी अपनी कैंपेनिंग के लिए मशहूर टीवी धाराविकों का इस्तेमाल कैसे कर सकती है।"" अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि भाभीजी... के मेकर्स चुनाव आयोग के सामने अपने पक्ष को किस तरह रखते हैं।  

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