बॉलीवुड की इन हिट फिल्मों ने कर दिया है इन खूबसूरत डेस्टिनेशन्स को भी सुपरहिट 

 बॉलीवुड की इन हिट फिल्मों ने कर दिया है इन खूबसूरत डेस्टिनेशन्स को भी सुपरहिट 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-20 10:23 GMT

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। हमारे यहां बॉलीवुड फिल्मों में क्या कुछ नहीं होता। एक्शन, इमोशन्स, कॉमेडी, रोमांस, डांस सीक्वेंसेज और खूबसूरत लोकेशन्स। हमारे फिल्ममेकर्स जिस तरह से नई-नई जगहों पर जाकर अपनी फिल्मों को शूट करते हैं उससे दर्शकों को भी घूमने-फिरने के लिए बहुत कुछ आइडिया मिल जाता है। बड़े परदे पर नजर आने वाली सुंदर जगहें कई बार फिल्म देखने वालों को ललचा देती है और वो भी उस खास जगह पर जाकर छुट्टियां गुजारने और मेमोरिज को यादगार बनाने का प्लान बना लेते हैं। तो आइये जानते हैं कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में जो फिल्मों की शूटिंग की वजह से सारे इंडिया को अपनी तरफ खींच पाईं-   

 


मुन्नार 



फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ तो आपको याद ही होगी और याद होगा वो गाना ‘कश्मीर मैं तू कन्याकुमारी’ भी, जिसमें ट्रेडिशनल साउथ इंडियन साड़ी पहनीं दीपिका के साथ नाचते-गाते शाहरुख ने सबका दिल जीत लिया था। इस गाने की खूबसूरत लोकेशन ने सभी का ध्यान खींच लिया था। मुन्नार केरल की हरी भरी वादियों में मौजूद एक पॉपुलर डेस्टिनेशन है। यहां पर कई मशहूर फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। जैसे, निशब्द, लाइफ ऑफ पाई और चेन्नई एक्सप्रेस। यहां पहुंचने का बेस्ट टाइम है अक्टूबर से मई। 

रोहतांग पास


‘जब वी मेट’ ने इस जगह को खासा पॉपुलर कर दिया था। वैसे यहां और भी कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। यहां के बर्फ से लदे नजारे आपने ‘देव डी’ और ‘हाईवे’ जैसी फिल्मों में भी देखे होंगे। यहां छुट्टियां एंजॉय करने का सबसे सही समय मई से दिसंबर तक है। 

दार्जीलिंग

दार्जीलिंग में भी कई नई-पुरानी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। हाल-फिलहाल यहां पर ‘बर्फी’, ‘जग्गा जासूस’ की शूटिंग की गई थी। जबकि फिल्म  ‘मैं हूं ना’ में भी यहां की खूबसूरत लोकेशन्स देखने को मिले थे। यहां का मौसम बहुत कमाल का है। कंपकंपाती ठण्ड के दौरान ही बारिश भी होने लगती है और ऐसे में सड़क किनारे रुककर मैगी खाने का भी अपना ही मजा होता है। दार्जीलिंग आने का सबसे बेहतर वक्त है सितम्बर से लेकर मार्च तक।   


उदयपुर


अगर बॉलीवुड की पुरानी फिल्मों की बात करें तो उनमें उदयपुर को बहुत एक्सप्लोर किया गया है। ‘गाइड’ में आपने इसकी खूबसूरत लोकेशन्स जरूर देखी होगी। वहीं बाद में ‘खुदा गवाह’, ‘एकलव्य’ और ‘गोलियों की रासलीला-रामलीला’ की शूटिंग भी उदयपुर में ही की गई।                                

गुलमर्ग


गुलमर्ग को तो असली पहचान बॉलीवुड से ही मिली। 60 और 70 के दशक में यहां कई सारी फिल्मों की शूटिंग की गई थी। गुलमर्ग का मतलब होता है "फूलो का मार्ग"। जम्मू और कश्मीर के पश्चिमी इलाके में मौजूद गुलमर्ग विंटर स्केटिंग के लिए भी काफी मशहूर है। यहां ‘बॉबी’ से लेकर ‘हैदर’ तक की शूटिंग हो चुकी है। इसके अलावा ‘जब तक है जान’ और ‘ये जवानी है दीवानी’ जैसी फिल्में भी यहां शूट हुई है। इस जगह आप मार्च से जुलाई तक पहुंच सकते हैं।

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