मंटो का धमाकेदार टीजर रिलीज, कान्स में हुआ फर्स्ट प्रीमियर

मंटो का धमाकेदार टीजर रिलीज, कान्स में हुआ फर्स्ट प्रीमियर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-13 07:25 GMT
मंटो का धमाकेदार टीजर रिलीज, कान्स में हुआ फर्स्ट प्रीमियर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी की अपकमिंग फिल्म "मंटो" का टीजर रिलीज हो गया है। करीब 1 मिनट 27 सेकेंड इस टीजर में नवाजुद्दीन सिद्दीकी की एक्टिंग दमदार नजर आ रही है। टीजर को देखकर ये कहा जा सकता है कि फिल्म काफी अच्छी और दमदार होगी। इस फिल्म में नवाजुद्दीन मशहूर लेखक सआदत हसन मंटो की भूमिका निभा रहे हैं। 

 

 

मंटो भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के समय के हालातों पर लिखने वाले मशहूर लेखक सआदत हसन मंटो की जीवनी पर आधारित फिल्म है। "मंटो" में नवाजुद्दीन सिद्दीकी सआदत हसन मंटो का दमदार किरदार निभा रहे हैं। करीब डेढ़ मिनट से कम समय के इस टीजर में मंटो की बायोग्राफी का कुछ हिस्सा दिखाया गया है। इसमें दिखाया गया है कि मंटो किस तरह के लेखक थे और उनका व्यक्तित्व कैसा था। इस टीजर में मंटो को एक पारिवारिक इंसान के रूप में दिखाया गया है। 

 


फिल्म को नंदिता दास ने लिखा और निर्देशित किया है। रसिका दुग्गल, नवाजुद्दीन की पत्नी का किरदार निभा रही हैं। इनके अलावा फिल्म में परेश रावल, ऋषि कपूर, और ताहिर राज भसीन भी अहम रोल में नजर आएंगे। हालांकि अभी तक फिल्म की रिलीज डेट अभी तक फाइनल नहीं हुई है, लेकिन नंदिता का कहना है कि फिल्म को इसी साल रिलीज किया जाएगा। फिल्म का प्रोडक्शन एचपी स्टूडियो, फिल्मस्टोक और वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स ने मिलकर  किया है।

 

 

मंटो फिल्म भारत में रिलीज से पहले 13 मई को Cannes फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। फेस्टिवल की अन सर्टन रिगार्ड कटेगरी में जाने वाली ये एकमात्र भारतीय फिल्म है। ये फिल्म फेस्टिवल 8 से 19 मई तक चलेगा।

 

 

नंदिता दास ने ट्वीट कर लिखा है हम Cannes में हैं। "मंटो" अन सर्टन रिगार्ड की ऑफिशियल कैटेगिरी में पहुंच गई है। पूरी टीम और फिल्म के सदस्यों के लिए यह एक रोमांचक क्षण है।

 

 

 

 

वहीं नवाजुद्दीन ने लिखा है संभव है कि सआदत हसन का निधन हो चुका है, लेकिन मंटो अभी भी जिंदा हैं। बताकर खुशी हो रही है कि "मंटो" को Cannes 2018 की अन सर्टन रिगार्ड आधिकारिक श्रेणी के लिए चुना गया है। 

 

 

कौन थे सआदत हसन मंटो

सआदत हसन मंटो एक उर्दू लेखक थे। कहानीकार होने के साथ ही वो फिल्म और रेडियो पटकथा लेखक और पत्रकार भी थे। कहानियों में अश्लीलता को लेकर उन पर कई बार केस भी दर्ज हुए थे। तीन बार ब्रिटिश भारत में और तीन बार पाकिस्तान में मामला दर्ज किया गया। हालांकि उन पर लगे ये आरोप कभी साबित नहीं हो पाए।

 

 

1 मई 1912 को मंटो का जन्म हुआ था। मंटो ने 22 लघु कथा संग्रह, एक उपन्यास, रेडियो नाटक के पांच संग्रह, रचनाओं के तीन संग्रह और व्यक्तिगत रेखाचित्र के दो संग्रह प्रकाशित किए थे। 18 जनवरी 1955 को मंटो का निधन हो गया था। मंटो 1947 में आजादी के तुरंत बाद भारतीय उपमहाद्वीप के विभाजन के बारे में अपनी कहानियों के लिए जाने जाते हैं।
 

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