बेटी का नाम रशिया, बेटे का अमेरिका, इस परिवार में समाया है पूरा विश्व

बेटी का नाम रशिया, बेटे का अमेरिका, इस परिवार में समाया है पूरा विश्व

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-03 09:35 GMT
बेटी का नाम रशिया, बेटे का अमेरिका, इस परिवार में समाया है पूरा विश्व

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. भारत में बच्चे जन्म के बाद नामकर्ण की एक अहम रस्म निभाई जाती है। जिसमें घर के सभी सदस्या नए औऱ सुंदर नाम सुझाते हैं। लेकिन क्या हो जब कोई बच्चे का नाम अफ्रीका, यूरोप, मलेशिया या आस्ट्रेलिया रख दे। सुनने में अटपटा लग रहा होगा। लेकिन हकिकत में एक परिवार ऐसा है जिसमें सदस्यों के नामों में पूरा विश्व समाया हुआ है।

ये अनोखा मेश्राम परिवार महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के खोड़सिवनी गांव में रहता है। इस परिवार के सभी सदस्यों के नाम अलग-अलग देशों और महाद्वीपों के नाम पर रखे गए हैं। सभी के नाम भारत, रशिया, अमेरिका, एशिया, अफ्रीका, यूरोप, मलेशिया और आस्ट्रेलिया हैं। मेश्राम परिवार में पिछले 50 सालों से सदस्यों के नाम देश और महाद्वीपों के नाम पर रखे जा रहे हैं। जिस कारण ये परिवार जिले के साथ ही पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है।

                                                 

  

दरअसल 50 साल पले इसी परिवार की सदस्य सुभद्राबाई मेश्राम गांवों में जाकर दाई का काम किया करती थीं। अपने देश और विश्व प्रेम को देखते हुए उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों का नाम देश-विदेश के नामों पर रखकर परिवार में ही विश्व निर्माण करने की बात मन में ठानी और अपनी बच्चियों के नाम रशिया, अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और बड़े बेटे का नाम भारत (इंडिया) रख दिया। इस परंपरा को कायम रखते हुए उनके बेटे भारत ने अपने बेटों के नाम आस्ट्रेलिया, यूरोप और मलेशिया रखे।

ये नाम केवल दिखावे के लिए ही नहीं बल्की उनके आधार कार्ड और स्कूलों में भी देश-विदेशों के नाम से ही उन्हें पहचाना जाता है। परिवार के सदस्यों के नाम देश और महाद्वीपों के नाम पर रखने की शुरुआत करने वाली सुभद्राबाई अशिक्षित जरूर थीं, लेकिन उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के नाम देश एवं महाद्वीपों के नाम पर रखे और आज आज उनका मेश्राम परिवार अलग पहचान बना चुका हैं।

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