उर्फी जावेद ने कहा 'मुस्लिम लड़के से कभी नहीं करूंगी शादी ', पढ़ रहीं हैं भगवद् गीता 

उर्फी जावेद ने लिया गीता ज्ञान उर्फी जावेद ने कहा 'मुस्लिम लड़के से कभी नहीं करूंगी शादी ', पढ़ रहीं हैं भगवद् गीता 

Neha Kumari
Update: 2021-12-23 06:11 GMT
उर्फी जावेद ने कहा 'मुस्लिम लड़के से कभी नहीं करूंगी शादी ', पढ़ रहीं हैं भगवद् गीता 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बिग बॉस ओटीटी से अपनी पहचान बनाने वाली उर्फी जावेद अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। उर्फी की आउट-ऑफ-द-बॉक्स ड्रेसिंग सेंस उन्हें हमेशा सुर्खियों बंटोरने में मदद करती है। उन्हें ज्यादातर कई आउट- फिट के साथ प्रयोग करना पसंद आता है, इसलिए वह अक्सर वेस्टर्न कपड़ों पर फिसल ही जाती है। उर्फी को इसके लिए कई बार ट्रोल का सामना करना परा है लेकिन वह निगेटिविटी और ट्रोलिंग पर कोई ध्यान नहीं देती हैं। इन सब के बावजूद वह अपने ड्रेसिंग सेंस पर ध्यान देना पसंद करती है और ऐसा करना जारी रखती है। हालांकि इस बार वह अपने ड्रेसिंग सेंस की वजह से सुर्खियों में नहीं हैं। इस बार वह मुस्लिम पुरुषों पर अपने दिए गए बयान की वजह से सुर्खियों में है।

मुस्लिम लड़के से नहीं करूंगी शादी

उर्फी ने हाल ही में एक मीडिया को अपने दिए गए इंटरव्यू में चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने खुलासा किया है कि, वह कभी मुस्लिम व्यक्ति से शादी नहीं करेंगी। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि मुस्लिम पुरुष अपनी औरतों के साथ एक निश्चित तरीके से व्यवहार करते हैं, जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सकती। इंडिया टुडे को अपने दिए गए बयान में उन्होंने बताया है कि, "मैं एक मुस्लिम लड़की हूं। मुझे सबसे ज्यादा ट्रोल मुस्लिम धर्म के लोगों द्वारा ही किया जाता हैं। वे कहना हैं कि मैं इस्लाम की छवि खराब कर रही हूं। वे मुझसे नफरत करते हैं क्योंकि मुस्लिम पुरुष चाहते हैं कि उनकी महिलाएं एक निश्चित तरीके से व्यवहार करें, जो मै नहीं कर सकती हूं। वे समुदाय की सभी महिलाओं पर अपना दबदवा बना कर रखना चाहते हैं। मैं इस वजह से इस्लाम में विश्वास नहीं करती हूं। उनका मुझे ट्रोल करने का कारण यह है कि मैं उस तरह नहीं रहती जैसे वो मुझसे अपने धर्म के अनुसार उम्मीद करते हैं।"

पढ़ रही हैं भगवद गीता 

उर्फी जावेद ने कहा कि वह इन सब कारणों की वजह से इस्लाम या किसी धर्म को नहीं मानती हैं। उर्फी ने यह भी बताया कि जब वह 17 साल की थी तब उनके पिता ने उनकी मां और भाई-बहनों को छोड़ दिया था। उनके परिवार के सभी सदस्य इस्लाम का मानते हैं लेकिन उन्हें कोई फोर्स नहीं करता। फिलहाल उर्फी भगवद गीता पढ़ रही हैं और वह हिन्दू धर्म के बारे में और जानना चाहती हैं। 

Tags:    

Similar News