दिल्ली क्राइम के साथ मिथक दूर करना चाहता था : रिची मेहता

दिल्ली क्राइम के साथ मिथक दूर करना चाहता था : रिची मेहता

IANS News
Update: 2020-12-05 12:00 GMT
दिल्ली क्राइम के साथ मिथक दूर करना चाहता था : रिची मेहता
हाईलाइट
  • दिल्ली क्राइम के साथ मिथक दूर करना चाहता था : रिची मेहता

नई दिल्ली, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडो-कनाडाई फिल्मकार रिची मेहता के लिए अपनी वेब सीरीज दिल्ली क्राइम के लिए इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड से मिली मान्यता के बजाय दर्शकों की प्रतिक्रिया ज्यादा मायने रखती है। वह कहते हैं कि गर्व की बात यह थी कि जिस चीज को उन्होंने कहानी के माध्यम से बताना चाहा, लोगों ने उसकी सराहना की और समझा।

पिछले महीने उनकी वेब सीरीज दिल्ली क्राइम ने 48वें इंटरनेशनल एमी अवार्डस में सर्वश्रेष्ठ ड्रामा सीरीज का पुरस्कार जीता। यह शो अंतर्राष्ट्रीय एमी जीतने वाला पहला भारतीय कार्यक्रम बन गया।

जीत के बाद अभिभूत मेहता ने आईएएनएस को बताया, यह मेरे और सैकड़ों लोगों के लिए बरसों के काम का चरम बिंदु है।

वेब सीरीज में दिल्ली में हुए दिसंबर 2012 के कुख्यात गैंगरेप की कहानी दिखाई गई है, जिसने दुनिया को हिलाकर रख दिया था। इस मामले ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरीं और देश की छवि पर भी इसका असर पड़ने लगा, जिससे मेहता काफी परेशान हुए थे।

उन्होंने आगे कहा, यह एक प्रकार का आभार भी है कि आप एक ऐसे विषय को चुनते हैं, जो वास्तव में काफी डार्क है और आप उससे निपटने का प्रयास करते हैं, और इसे पेश करने के दौरान यह कुछ ऐसा बनता है, जो वास्तव में उम्मीद देने वाला और सकारात्मक होता है। दुनियाभर में बहुत सारे लोगों ने इस तरह के अपराधों के आधार पर भारत को परिभाषित करना शुरू कर दिया और इससे मुझे बहुत असहज महसूस हुआ।

फिल्मकार ने आगे कहा, क्योंकि वे इस बात को भूल रहे कर रहे थे कि पूरे देश में ऐसे लोग भी हैं, खासकर महिलाएं जो इस तरह के हर भयानक अपराध से निपटने की कोशिश कर रही हैं। आपको दोनों पक्षों को देखना होगा। इसलिए, मेरे लिए, यह एक तरह का आभार था जो विश्व स्तर पर गूंजने वाली कहानी है।

अवॉर्ड जीतने के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों के साथ यूजर्स के एक वर्ग ने अपराध को महिमा मंडित करने के लिए फिल्मकार की निंदा की और सवाल किया कि एक भयावह घटना शो और गर्व का विषय कैसे बन सकता है।

इस तरह के विचारों के बारे में उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर, मेहता ने कहा, मुझे लगता है कि या तो उन्होंने इसे नहीं देखा, या शायद वे इस बिंदु से चूक गए।

उन्होंने कहा, पहला एपिसोड बहुत मूल्यवान है, प्रत्येक सेकेंड मायने रखता है, क्योंकि आप दर्शकों को खो सकते हैं, खासकर पहले आधे घंटे में दर्शक इसे देखने के बाद बंद कर सकते हैं और कह सकते हैं कि यह मेरे लिए नहीं है। दिल्ली क्राइम के पहले एपिसोड में मैंने इन पुलिसवालों की बैकस्टोरी को दिखाने के लिए आधे घंटे समय का उपयोग किया है। यह बहुत मूल्यवान समय है और मैंने अपराध नहीं दिखाया है।

उन्होंने आगे कहा, मेरे लिए, यह शो अपराध के बारे में नहीं है। यह उन लोगों के बारे में है जो हमसे सवाल करते हैं और हमारे लिए इसे हल करने की मांग करते हैं। ऐसा सिर्फ इसलिए होता है, क्योंकि ये लोग, खासकर महिलाएं उस अंधेरे में काफी समय बिता रही होती हैं और वे इसके पीछे के कारण ढूंढ निकालती हैं। यह वही चीज है जो मैं इस शो में लाना चाहता था। शो भी इसी के बारे में है। अगर आपको लगता है कि यह अपराध के बारे में है, तो मैंने अपराध क्यों नहीं दिखाया?

नेटफ्लिक्स की यह वेब सीरीज दिसंबर 2012 के दिल्ली बस गैंगरेप मामले की भयावहता पर आधारित एक काल्पनिक कहानी है। इसमें जांच टीम की जटिलताओं को दिखाया गया है।

मेहता के लिए पुरस्कार से अधिक दर्शकों से मिली प्रतिक्रिया मायने रखती है।

उन्होंने कहा, अच्छी बात यह थी कि लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। पुरस्कार अद्भुत हैं, क्योंकि वे किसी और चीज से संबंधित हैं, जो महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया है और एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिली प्रतिक्रिया है।

निर्देशक ने साझा किया, मेरे लिए, गर्व की वास्तविक बात यह थी कि हमने जो कुछ भी दिखाना चाहा, दर्शकों ने उस चीज को समझने की कोशिश की। आलोचकों की प्रतिक्रिया बोनस है। एक फिल्मकार और एक संचारक के रूप में, आप बस यह जानना चाहते हैं कि आप जो संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं वह लोगों तक पहुंच रही है कि नहीं, वे इसे प्राप्त कर रहे हैं या नहीं। वे अगले दिन भी इसके बारे में नहीं भूल रहे हैं। यही असली मान्यता है।

एमएनएस/एसजीके

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