कोविड-19 को मात देने में जुटे योगी के 11 योद्घा
कोविड-19 को मात देने में जुटे योगी के 11 योद्घा
लखनऊ, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया त्रस्त है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 योद्घाओं को इसको मात देने के लिए मैदान में उतारा है। यह टीम सबसे बड़े आबादी वाले राज्य को संक्रमण से बचाने और लॉकडाउन के कारण हो रही समस्या से निपटने के लिए हर दिन मुख्यमंत्री के साथ मंथन करती है। इस टीम में 11 आईएएस अधिकारी हैं, सभी एक-एक कमिटी को लीड कर रहे हैं।
मुख्य सचिव आरके तिवारी
1985 बैच के आईएएस अधिकारी वर्तमान समय में प्रदेश के मुख्य सचिव की जिम्मेंदारी भी निभा रहे हैं। केन्द्र और दूसरे राज्यों से तालमेल की जिम्मेंदारी इन्हीं के कंधों पर है। लॉकडाउन में दूसेर प्रदेशों में फंसे लोगों की देखरेख इनके जिम्में ही है। 15 जिले जहां पर सबसे ज्यादा संक्रमित लोग मिले हैं, वह सील हैं। वहां पर सारी व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखना लोगों की समस्याओं को भी यह देख रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश में लगातार बढ़ रहे तब्लीगी जमात के लोगों को चिन्हित करवाने का जिम्मा इनके पास ही है।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन
आलोकटंडन 1986 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। इनका काम श्रमिकों और अन्य गरीबों को समय से भरण पोषण भत्ते का वितरण सुनिश्चित कराना है। प्रदेश में 905 लोर मिलें आटा चक्की, 432 तेल और 229 दाल मिलों को क्रियाशील किया गया है। 46 हजार से अधिक इकाइयों को कैंपस में रहने की व्यवस्था करवाना। इसके अलावा 30 लाख से अधिक श्रामिकों को मानदेय 358़.46 भी इन्हीं की देखरेख में दिलाया गया।
कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा
आलोक सिन्हा 1986 बैच के आईएएस अधिकारी और प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) हैं। सिन्हा की अध्यक्षता में बनी कमिटी में प्रमुख सचिव, कृषि, परिवहन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, दुग्ध विकास एवं पशुधन, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था), निदेशक, मंडी एवं राहत आयुक्त सदस्य हैं।
प्रदेश में डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 21,053 स्टोर काम कर रहे हैं। इसके माध्यम से 48,526 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। प्रदेश वासियों को फल एवं सब्जी उपलब्ध कराये जाने के लिए कुल 42,393 वाहनों की व्यवस्था की गयी। 33़34 लाख लीटर दूध का वितरण 18,568 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है।
अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी
1987 बैच के आईएएस अफसर है। इनके पास अपर मुख्य सचिव गृह और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की जिम्मेंदारी संभाल रहे हैं। इनके कंधों पर बड़ी जिम्मेंदारी है। लॉकडाउन के दौरान कानून व्यवस्था ठीक रहे। प्रदेश में तब्लीगी जमाते लोगों को चिन्हित करके उन्हें क्वांरटाइन करवाना उसकी पूरी देख रेख कर रहे हैं।
अवस्थी ने बताया कि लॉक डाउन उल्लघंन में अब तक 12,236 लोगों के विरूद्घ एफआईआर दर्ज की गई। अब तक 31,216 लोग गिरतार किये गये। प्रदेश में अब तक 13,35,147 वाहनों की सघन चेकिंग में 19,579 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 5,61,52,729 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 399 लोगों के खिलाफ 311 एफआईआर दर्ज करते हुए 137 लोगों को गिरतार किया गया है।
अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार
रेणुका कुमार 1987 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। यह एक कमिटी की अध्यक्षता कर रही हैं। यह कमिटी प्रदेश स्तर पर एवं सभी जनपदों में कंट्रोल रूम की स्थापना व नियमित रूप से उनके काम की समीक्षा कर रही है।
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद
अमित मोहन प्रसाद 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं। प्रसाद की अध्यक्षता में बनी कमिटी भारत सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से समन्वय कर रही है। प्रदेश में कोरोना वायरस से सम्भावित एवं संक्रमित व्यक्तियों का प्रभावी इलाज तथा देखभाल इन्हें के जिम्में है। इनकी निगरानी में प्रदेश 9442 आइसोलेशन बेड तैयार किये गये हैं। क्वारंटाइन बेडो की संख्या 12,119 है। प्रदेश मॉलीक्यूलर 9 लैब बनने से जांच में तेजी आयी है।
भुवनेश कुमार प्रमुख सचिव, पशुपालन
1995 बैच के आईएएस अफसर भुवनेश कुमार कमेटी वर्तमान में के चारे की व्यवस्था तथा आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है। लॉकडाउन के दौरान यह बड़ी समस्या है। जिसकी देख-रेख कर रहे हैं।
डीजीपी, यूपी पुलिस हितेश चंद्र अवस्थी
1985 बैच के आईपीएस अफिसर उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के जिम्में पुलिस फोर्स और जेल की संक्रमण से सुरक्षा, तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को खोजकर क्वारंटाइन करना।
अपर मुख्य सचिव, वित्त-संजीव मित्तल
1987 बैच के आईएएस अफसर संजीव मित्तल की अध्यक्षता में बनी कमिटी का काम लकडाउन के आर्थिक असर को समझने और आगे की रणनीति बनाने का जिम्मा मिला है।
प्रमुख सचिव, कृषि-देवेश चतुर्वेदी
देवेश चतुर्वेदी 1989 बैच के आईएएस अधिकारी है। इन्हें किसानों की समस्याओं का समाधान खोजना है।
प्रमुख सचिव, पंचायतीराज-मनोज कुमार सिंह
मनोज कुमार सिंह 1988 बैच के आईएएस आफिसर हैं। उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज के प्रमुख सचिव हैं। मनोज की अध्यक्षता में बनाई गई कमिटी सभी नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, स्वच्छता व सैनिटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए इसकी नियमित समीक्षा कर रही है।
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने कहा , टीम 11 के साथ मुख्यमंत्री योगी रोज डेढ़ से दो घण्टे बैठक करते है। पूरे प्रदेश की आयी र्पिोटों की समीक्षा होती है। इसके बाद आगे के निर्देश दिये जाते हैं। यह कार्य नियमित हो रहा है।