स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस परीक्षण की रणनीति बदली

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस परीक्षण की रणनीति बदली

IANS News
Update: 2020-03-21 12:00 GMT
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस परीक्षण की रणनीति बदली
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नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को कोविड-19 परीक्षण को लेकर एक परिवर्तित रणनीति जारी की है।

इस नई एडवाइजरी के तहत ऐसे सभी लोग जो पिछले 14 दिनों में विदेश से आए हैं, वे कम से कम 14 दिनों के लिए घर में ही अलग-थलग रहें। उनका तभी परीक्षण होगा, जब उनमें (बुखार, कफ, सांस लेने में दिक्कत) लक्षण दिखेंगे। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के सभी परिजन घर में ही क्वोरैंटाइन में रहेंगे।

इस एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि लेबोरेटरी से पुष्ट हुए मामलों वाले लोगों से संपर्क में आए ऐसे लोग जिनमें इसके लक्षण हैं और चिकित्सा कर्मियों के परिजनों का भी परीक्षण किया जाएगा। अस्पतालों में भर्ती सांस संबंधी गंभीर बीमारियों वाले सभी मरीजों का भी कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा।

मंत्रालय ने कहा है, जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, उनसे 5वें दिन से लेकर 14वें दिन के बीच सीधे संपर्क में आए और हाई रिस्क वाले सभी संदिग्धों का भी टेस्ट होगा।

सीधे और हाईरिस्क संपर्क से मतलब है जो लोग उसी घर में रह रहे हैं, जहां कोरोना संक्रमित और चिकित्साकर्मी रह रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अभी देश में कोविड-19 के कम से कम 231 सक्रिय मामले हैं।

वर्तमान में, देश में कोविड-19 के ज्यादातर मामले यात्रा से जुड़े हैं। यानी कि जो यात्री कोरोना प्रभावित देशों से आए और फिर उनके संपर्क में जो लोग आए। समुदाय स्तर पर इस बीमारी के संक्रमण का अब तक सामने नहीं आया है। एक बार समुदाय स्तर पर संक्रमण की बात दस्तावेजों पर सामने आने के बाद परीक्षण की रणनीति में फिर से बदलाव करने होंगे।

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