बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली चाइनीज काउंसलेट पर हमले की जिम्मेदारी, कहा: आगे भी जारी रहेंगे

बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली चाइनीज काउंसलेट पर हमले की जिम्मेदारी, कहा: आगे भी जारी रहेंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-27 03:07 GMT
बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली चाइनीज काउंसलेट पर हमले की जिम्मेदारी, कहा: आगे भी जारी रहेंगे
हाईलाइट
  • बलूचिस्तान में चीन की दखल से नाराज हैं वहां के स्थानीय लोग
  • बीएलए कमांडर का आरोप
  • बलूचिस्तान के संसाधन हड़प रहा चीन
  • बीएलए कमांडर ने कहा
  • आगे भी जारी रहेंगे इस तरह के हमले

डिजिटल डेस्क, बलूचिस्तान। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने कराची में चाइनीज काउंसलेट पर हमले की जिम्मेदारी ली है। बलूच आर्मी के कमांडर ने कहा कि पाकिस्तान और चीन के विरोध में इस तरह के हमले आगे भी होते रहेंगे। बीएलए के कमांडर असलम बलूच ने कहा कि बलूचिस्तान इलाके में चीन के दखल से उन्हें काफी नुकसान पहुंचा है।


असलम ने कहा कि पिछले 15-20 साल से पाकिस्तान और चीन मिलकर बलूचिस्तान में अत्याचार फैला रहे हैं। चीन खुद को पाकिस्तान का हितैषी बताता है, लेकिन पिछले दो दशकों में दोनों ने मिलकर बलूचिस्तान के संसाधनों को खूब लूटा है। बलूचिस्तान के संसाधनों का एक बड़ा हिस्सा चीन हथिया रहा है, जिसमें पाकिस्तान के पंजाबियों का भी कमीशन है। दोनों मिलकर बलूचिस्तानियों को मार रहे हैं और उनके गांवों को तबाह कर रहे हैं। बलूच समुदाय के लोग बड़े मुश्किल हालातों का सामना कर रहे हैं। 

चीन अपने बड़े प्रोजेक्ट सीपेक (चाइना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडोर) के नाम पर बलूचिस्तान के संसाधनों का दोहन कर रहा है। इसके लिए चीन और पाकिस्तान दोनों ही सेना का भी सहयोग ले रहे हैं। सीपेक के नाम पर दोनों अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को बेवकूफ बना रहे हैं। इससे पहले भी बीएलए चीन के उन कर्मचारियों पर हमले कर चुका है, जो सीपेक के लिए काम कर रहे हैं।


इससे पहले 10 अगस्त को भी बीएलए ने तीन चाइनीज इंजीनियरों पर हमला किया था। ये इंजीनियर बलूचिस्तान में कॉपर-गोल्ड प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। बस में सवार हो कर, जब तीनों कहीं जा रहे थे, उस दौरान ही एक आत्मघाती बीएलए हमलावर ने वहां विस्फोट कर दिया, जिसमें तीनों इंजीनियर घायल हो गए थे।


असलम ने बताया कि चीन और पाकिस्तान दोनों ही मजबूत देश हैं और उन्हें रोकने में बलूचिस्तान सफल नहीं हो सकता है। हम उन प्रोजेक्ट को रोकना चाहते हैं, जिन्हें विकास के नाम पर क्रूरतापूर्वक बलूचिस्तान में चलाया जा रहा है। बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट के कमांडर अल्लाह नजर ने भी चीन और पाकिस्तान पर गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि दोनों ही बलूचिस्तान के संसाधनों का अतिहोदन कर रहे हैं। 

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